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आजमगढ़: पुलिस मुठभेड़ में पूर्व प्रधान के हत्यारोपी को लगी गोली

आजमगढ़        बरदह थाना क्षेत्र में कमालपुर बरौना मार्ग पर स्थित कोदहरा चौराहे के समीप सोमवार को तड़के पुलिस और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ में एक बदमाश गोली लगने से घायल हो गया जबकि उसके दो साथी पुलिस टीम द्वारा काबू में कर लिए गए। घायल बदमाश के दोनों पैरों में गोली लगी है, जिसे पुलिस अभिरक्षा में इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। मुठभेड़ स्थल से तमंचा, जिंदा व खोखा कारतूस तथा बाइक बरामद किए गए हैं। गौरतलब है कि बीते आठ फरवरी की शाम बरदह क्षेत्र के बेलवाना गांव के समीप सब्जी खरीद कर बाइक से घर लौट रहे सोनहरा गांव के पूर्व प्रधान रणविजय यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस मामले में मृतक के चचेरे भाई चंदेलाल यादव ने चुनावी एवं पुरानी रंजिश को लेकर की गई हत्या का आरोप लगाते हुए सोनहरा गांव निवासी महेंद्र, वीरेंद्र, फुर्तीलाल, सुरेश, रामगनी, छोटेलाल एवं शर्मिला के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस द्वारा इस मामले में आरोपित आधा दर्जन लोगों की गिरफ्तारी बीते 13 फरवरी को क्षेत्र के बर्रा मोड़ से कर ली गई। पुलिस विवेचना में इस घटना को अंजाम देने वाले भाड़े के हत्यारों में अहरौला थाना क्षेत्र के गहजी गांव निवासी दीपचंद निषाद उर्फ दीपू उर्फ सिपाही, पवई क्षेत्र के ओरिल गढ़वा निवासी हरेन्द्र यादव तथा फूलपुर क्षेत्र के खानजहापुर निवासी संजय यादव के नाम प्रकाश में आए। पुलिस तीनों हत्यारोपियों की तलाश में जुटी। सोमवार को तड़के बरदह थाना प्रभारी अखिलेश कुमार मौर्य को सूचना मिली कि बाइक सवार तीन बदमाश किसी वारदात की फिराक में कमालपुर से बरौना की ओर आ रहे हैं। सूचना पाकर पुलिस ने कोदहरा चौराहे पर घेरेबंदी कर ली। सुबह करीब पांच बजे कमालपुर की ओर से आ रहे बाइक सवार युवकों को रोका गया तो सभी बाइक मोड़ वापस भागने का प्रयास किए लेकिन बाइक फिसल कर गिर पड़ी। पुलिस ने दो बदमाशों को काबू में कर लिया जबकि एक बदमाश पुलिस टीम पर फायरिंग करते हुए पैदल भागने लगा। पुलिस द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश के दोनों पैरों में गोली लगी और उसे भी पकड़ लिया गया। पकड़े गए बदमाशों की पहचान हरेन्द्र यादव निवासी ग्राम ओरिल गढ़वा थाना पवई व संजय यादव निवासी ग्राम खानजहापुर थाना फूलपुर तथा घायल की पहचान दीपचंद निषाद उर्फ दीपू उर्फ सिपाही निवासी ग्राम गहजी थाना अहरौला के रूप में हुई। पुलिस ने दीपचंद उर्फ सिपाही के कब्जे से 315 बोर तमंचा, दो जिंदा और तीन खोखा कारतूस तथा स्पलेंडर बाइक बरामद किया है। पुलिस के अनुसार पकड़े गए हरेन्द्र यादव के बहनोई अनिल यादव की वर्ष 2021 में चुनावी रंजिश को लेकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पूर्व प्रधान रणविजय यादव को आरोपित किया गया था। हत्या से कुछ महीने पहले रणविजय यादव जमानत पर जेल से रिहा हुए थे। बहनोई की हत्या का बदला लेने के लिए हरेन्द्र ने रणविजय यादव की हत्या के लिए भाड़े के हत्यारे दीपचंद उर्फ सिपाही से इस कार्य के लिए सात लाख रुपए में सौदा तय किया और योजना के अनुसार बीते आठ फरवरी को घटना को अंजाम दे दिया गया। पुलिस अभिरक्षा में घायल बदमाश का इलाज अस्पताल में चल रहा है। गिरफ्तार किए गए दीपचंद निषाद उर्फ सिपाही तथा हरेन्द्र यादव के खिलाफ जिले के विभिन्न थानों में हत्या, जानलेवा हमला, चोरी आदि के कई संगीन मामले दर्ज हैं।

AZMI DESK

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