पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, पता चल जाएगा, मैं भी मैदान में हूं, तुम भी मैदान में हो

आजमगढ़।
पीएम नरेद्र मोदी ने कहा राम राम, सभी को पांव लागी। इतने में जनता उत्साहित हो गयी।
मोदी ने कहा कि दो दिन पहले काशी वासियों ने लोकतंत्र का उत्सव मनाएं। पीएम ने कहा कि पूरे देश में कमल का फूल है। दुनिया के अखबारों में भारत के लोकतंत्र के उत्सव की खबरें फ्रंट पेज पर छाई हैं। भारत पर दुनिया की नजर है। हमारे सभी साथी जहां जाते हैं, वहां एक ही नारा फिर एक बार मोदी सरकार का गुंज रहा है। जनता का प्रेम दुनिया को अचरच कर रहा है। मोदी की गारंटी पर लोगों को भरोसा है। मोदी की गारंटी का ताजा उदाहरण सीएए कानून है। कल इस कानून के तहत नागरिकता देना शुरू हो गया है। यह लोग बंटवारे का शिकार हुए थे। विपक्ष महात्मा गांधी के नाम पर सत्ता में पहुंचे पर उनके वादे को भूल गये। इन बेचारों को भाजपा ने सम्मान दिया। इसमें ओबीसी, पिछड़े वर्ग के लोग शामिल हैं शरण लेने वालों में हैं। विपक्ष सीएए के नाम पर भ्रम फैला रहे हैं। वे लोग दंगा कराना चाह रहा है। विपक्ष सीएए को वापस करने को कह रहा है, लेकिन अब वह कभी नहीं वापस होगा। मोदी ने विपक्ष का मुखौटा उतार दिया। मोदी की गारंटी है कि विपक्ष जो भी ताकत इकट्ठा कर लो, मैं भी मैदान में हूं, तुम भी मैदान में हो। पीएम ने कहा कि शरणार्थी लोग अब मां भारती बेटे हो गये हैं। विरोधियों की बोलती बंद हो गयी है। आजमगढ़ के सैनिक परिवार के लोग पहले चिंतित रहती थी। मोदी ने कश्मीर से 370 हटा दिया। पीएम ने कहा कि दस साल पहले बम धमाका, दंगे होते थे, आजमगढ़ बदनाम हो जाता था। सपा सरकार आजमगढ़ की प्रतिष्ठा के विषय पर नहीं बोलते थे। आतंकी छोड़े जाते थे। स्लीपरसेल को छोड़ा जाता था। सपा और कांग्रेस दो दल है, लेकिन दुकान एक ही है।
ईडी गठबंधन आपका धन छिनना चाहते हैं। विपक्ष 70 साल से हिन्दू मुस्लिम करके भ्रम फैला रहे हैं। राम मंदिर को गाली देना का ठेका लिए हैं। गरीब को मुफ्त इलाज, मुफ्त घर, सिलेंडल आदि सरकार दे रही है। 70 साल से उपर के लोगों की बीमारी का खर्चा सरकार उठाएगी।
सरकार 75 हजार रुपये सरकारी सहयोग से सोलर पंप लगवाएगी। ताकि बिजली की खपत कम हो जाएगी। इसके लिए कोई भी आवेदन कर सकता है। सपा का गुंडाराज अब खत्म हो गया है।
इस अवसर पर सीएम योगी आदित्यनाथ, मंत्री सूर्यप्रताप शाही, दारा सिंह चौहान, ओम प्रकाश राजभर, नीलम सोनकर, दिनेशलाल यादव निरहुआ, विजय बहादुर पाठक, सहजानंद राय, संचिता श्री चौहान, सूरजप्रकाश श्रीवास्तव, रजनिश जायसवाल, संजय जायसवाल आदि मौजूद रहे।