
आजमगढ़
जिले में इन दिनों छुट्टा पशुओं का आतंक चल रहा है। काफी संख्या में एक साथ घूम रहे यह पशु जिस किसान के खेत में जा रहे, उसकी फसल चट कर दे रहे हैं। पशुओं के साथ नील गाय भी फसलों को नुकसान पहुंचा रही हैं। शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही। जिससे किसानों में आक्रोश व्याप्त है।
रविवार को काफी संख्या में छुट्टा पशु जहां लालगंज तहसील के ठीक पीछे नेशनल हाइवे के पास स्थित एक किसान के खेत में घुसकर दस बिस्वा का गेहूं चर गए। वहीं लालगंज ब्लाक के नोनीपुर उर्फ नई कोट गांव में दर्जनों की संख्या में पशु घुसकर फसल चट कर दिए। किसान दिनेश सिंह ने बताया कि इन पशुओं से फसल की रखवाली के लिए रात को जागकर देखना पड़ रहा है। हाड़ कंपाऊ ठंड में रात के समय खेत में खड़ा रहना कितना मुश्किलों भरा है। इसका अनुमान लगाया जा सकता है। ऐसा ही कुछ हाल बिलरियागंज के किसानों का भी है। छुट्टा पशु खेत में घुकर बोए गए साग सब्जियां,गेहूं आदि को सफाचट कर दे रहे हैं। इनके पैरों से कुचलकर भी फसलें बर्बाद हो जा रही हैं। श्रम व भारी भरकम पूंजी लगाने के बाद तैयार फसलों की क्षण में बर्बादी देख किसानों का कलेजा फटा सा जा रहा है। किसान आखिर दिन रात कब कब अपने फसलों की रखवाली करेंगे। किसानों ने प्रशासन से मांग किया है कि इन पशुओं से फसलों के बचाव की व्यवस्था की जाय। अन्यथा अन्नदाता के समक्ष ही भूख का संकट उत्पन्न होने की नौबत आ सकती है।