शिक्षा
शिक्षक के अनुचित व्यवहार से तनाव, जांच की मांग
शिक्षक मनोज कुमार राय की दो बार निलंबन के बाद भी उसी विद्यालय में बहाली, विवाद बरकरार

शिक्षा मित्र ने लगाए जातिसूचक टिप्पणी और धमकी के आरोप, विभाग से सुरक्षा की गुहार
आजमगढ़। जनपद आजमगढ़ के कम्पोजिट विद्यालय बरदह, शिक्षा क्षेत्र ठेकमा में कार्यरत शिक्षक मनोज कुमार राय के कथित अनुचित व्यवहार और विवादास्पद गतिविधियों ने एक बार फिर सुर्खियां बटोरी हैं। शिक्षा मित्र प्रकाश वीर राना ने सहायक शिक्षा निदेशक (बेसिक), मंडल आजमगढ़ को पत्र लिखकर मनोज कुमार राय के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं और मामले की जांच की मांग की है।
प्रकाश वीर राना ने अपने पत्र में बताया कि मनोज कुमार राय को पूर्व में अनुचित व्यवहार और विभागीय कार्यों में लापरवाही के आरोपों के चलते दो बार निलंबित किया गया था। पहला निलंबन 14 जून 2022 को और दूसरा 3 अप्रैल 2023 को हुआ। दोनों ही मामलों में जांच के बाद आरोप सिद्ध होने के बावजूद, राय को उसी विद्यालय में बहाल किया गया, जिसके कारण विवाद बरकरार रहा। हाल ही में, 23 जुलाई 2025 को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के आदेश पर राय को फिर से कम्पोजिट विद्यालय बरदह में बहाल किया गया, जहां उन्होंने 24 जुलाई 2025 को कार्यभार ग्रहण किया।
राना ने आरोप लगाया कि बहाली के बाद से मनोज कुमार राय विद्वेषपूर्ण रवैया अपनाते हुए व्यंग्यात्मक भाषा और अनुचित व्यवहार कर रहे हैं। 25 जुलाई 2025 को राना के साथ उनका वाद-विवाद हुआ, जिसमें राय ने कथित तौर पर जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया और जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद 29 जुलाई 2025 को भी राय ने राना को धमकी दी, जिसकी शिकायत खंड शिक्षा अधिकारी, ठेकमा को दूरसंचार के माध्यम से दी गई। राना ने यह भी उल्लेख किया कि राय ने पूर्व में खंड शिक्षा अधिकारी के साथ भी गाली-गलौज और मारपीट का प्रयास किया था।
राना ने अपने पत्र में कहा कि राय के व्यवहार से उनकी जान-माल को खतरा है और वे उनके साथ उक्त विद्यालय में कार्य करने में असमर्थ हैं। उन्होंने सहायक शिक्षा निदेशक से सभी पत्रावलियों की जांच कर उचित कार्रवाई करने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है। साथ ही, चेतावनी दी है कि यदि कोई अप्रिय घटना होती है, तो इसका जिम्मेदार बेसिक शिक्षा विभाग होगा।
इस मामले ने स्थानीय शिक्षा विभाग में हलचल मचा दी है। अब देखना यह है कि शिक्षा विभाग इस शिकायत पर क्या कार्रवाई करता है और क्या इस विवाद का कोई स्थायी समाधान निकल पाता है।



