दुलारचंद यादव हत्याकांड से गरमाई सियासत, चुनाव आयोग ने राज्य प्रशासन को दिए सख्त आदेश!

मोकामा में हुई चुनावी हिंसा और दुलारचंद यादव हत्याकांड के बाद चुनाव आयोग (EC) एक्शन में आ गया है। आयोग ने राज्य के सभी जिलों के अधिकारियों को अवैध हथियारों की बरामदगी अभियान तेज करने और लाइसेंसी हथियारों को तुरंत जमा कराने का निर्देश दिया है। साथ ही, संवेदनशील इलाकों में कड़ी निगरानी रखने के आदेश भी दिए गए हैं ताकि किसी तरह की अराजकता न फैले।
मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बिहार में कानून-व्यवस्था की समीक्षा की। इस बैठक में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि किसी भी कीमत पर चुनावी हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आयोग ने कहा कि शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित करना सर्वोच्च प्राथमिकता है।
मोकामा में पिछले कुछ दिनों से चुनावी रंजिश के चलते तनाव का माहौल बना हुआ है। इसी दौरान दुलारचंद यादव की हत्या से स्थिति और बिगड़ गई। इस घटना के बाद FIR की संख्या लगातार बढ़ रही है।
ताजा जानकारी के अनुसार, आरजेडी उम्मीदवार वीणा देवी के समर्थकों की ओर से पंडारक थाने में एक और मामला दर्ज कराया गया है। बताया गया कि शुक्रवार को दुलारचंद यादव की शव यात्रा के दौरान बवाल हुआ, जिसमें वीणा देवी के काफिले की गाड़ी पर पथराव और तोड़फोड़ की गई। इस मामले में सुमित, सोनू और गोलू को आरोपी बनाया गया है।
चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि मोकामा और आसपास के इलाकों में **शांति बहाली के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात** किया जाएगा और **हथियारों की सघन जांच अभियान** तुरंत शुरू किया जाए। आयोग का कहना है कि हिंसा फैलाने वालों पर **कड़ी कार्रवाई** होगी और चुनाव की गरिमा किसी भी सूरत में भंग नहीं होने दी जाएगी।



