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हाई कोर्ट से कर्नाटक सरकार को बड़ा झटका, प्रियांक खरगे के क्षेत्र में RSS को मिली मार्च करने की इजाजत


कर्नाटक हाईकोर्ट ने राज्य की कांग्रेस सरकार को झटका देते हुए आरएसएस को चित्तापुर में 2 नवंबर 2025 को रूट मार्च आयोजित करने की अनुमति दे दी है. स्थानीय प्रशासन ने कानून-व्यवस्था का हवाला देते हुए मार्च आयोजित करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया था. इसके बाद RSS कलबुर्गी संयोजक अशोक पाटिल ने होई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था.

आरएसएस की नई अर्जी पर विचार करे सरकार: कोर्ट

कोर्ट ने निर्देश दिया कि राज्य सरकार आरएसएस की नई अर्जी पर विचार करे और सभी पक्षों की भावनाओं का सम्मान सुनिश्चित करे. कोर्ट ने यह भी कहा कि चित्तपुर के अधिकारियों ने कानून-व्यवस्था की संभावित समस्या का हवाला देते हुए अनुमति देने से इनकार कर दिया, क्योंकि भीम आर्मी और भारतीय दलित पैंथर जैसे संगठनों ने भी उसी समय और स्थान पर रैलियां करने की योजना बनाई थी.

2 नवंबर को कार्यक्रम आयोजित करने की मिली अनुमति

अशोक पाटिल के वकील ने तर्क दिया कि अधिकारियों की ओर से उठाए गए सभी सवालों का जवाब दिया गया है और बताया कि राज्य में अन्य स्थानों पर भी इसी प्रकार के जुलूस शांतिपूर्वक आयोजित किए गए हैं. सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता ने 2 नवंबर को कार्यक्रम आयोजित करने पर सहमति जताई.

कर्नाटक पुलिस ने इससे पहले एक रिपोर्ट में कहा था कि रविवार को चित्तपुर में आरएसएस, भीम आर्मी और भारतीय दलित पैंथर की ओर से एक साथ की गई रैलियों से झड़पें हो सकती हैं और सार्वजनिक शांति भंग हो सकती है. इस रिपोर्ट में कहा गया कि हाल ही में एक RSS कार्यकर्ता की ओर से कार्नाटक के मंत्री प्रियांक खरगे को कथित तौर पर गाली देने और जान से मारने की धमकी देने की घटना से चित्तपुर में तनाव बढ़ गया है. यह प्रियांक खरगे का निर्वाचन क्षेत्र है.

राज्य सरकार ने अनुमति देने से लगाया अड़चन

कर्नाटक सरकार ने भी शनिवार (18 अक्तूबर 2025) को एक आदेश जारी कर किसी भी निजी संगठन, एसोसिएशन या व्यक्तियों के समूह के लिए सरकारी संपत्ति या परिसर का उपयोग करने के लिए पूर्व अनुमति अनिवार्य कर दी है. इसके बाद सिद्धारमैया की सरकार पर आरएसएस को निशाना बनाए जाने का आरोप लगाने लगा.

कर्नाटक के मंत्री प्रियंक खरगे ने हाल ही में मुख्यमंत्री सिद्धरमैया को पत्र लिखकर सरकारी विद्यालयों, कॉलेज और सार्वजनिक स्थानों पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने का अनुरोध किया था. आरएसएस ने 19 अक्टूबर को दोपहर 3 बजे कलबुर्गी जिले के चित्तपुर शहर में‘पथ संचलन और विजयादशमी कार्यक्रम की अनुमति के लिए एक आवेदन दिया था.

AZMI DESK

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