‘समझना चाहता हूं हरियाणा में कांग्रेस हार कैसे गई’, सतीश पूनिया के बुक लॉन्च पर बोले टीकाराम जूली

बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया की पुस्तक का आज विमोचन कार्यक्रम रखा गया. यह कार्यक्रम कांस्टीट्यूशन क्लब में आयोजित हुआ सतीश पूनिया की पुस्तक का नाम “अग्निपथ नहीं जनपथ” के विमोचन कार्यक्रम में पंजाब के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया भी शामिल हुए. इस दौरान विमोचन कार्यक्रम में शामिल नेताओं ने अपने राजनीतिक जीवन और सियासी गपशप के भी छर्रे उड़ाये, इस दौरान दर्शक दीर्घा में बैठे लोगों ने खूब लुत्फ उठाया.
कांस्टीट्यूशन क्लब में दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई इस दौरान पंजाब के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने अपने संबोधन में कहा कि लोकतंत्र की खूबसूरती के लिए हमेशा अग्नि परीक्षा देने के लिए तैयार रहना चाहिए परिस्थितियों कैसी भी आए, इस लोकतंत्र की अग्नि परीक्षा देते हुए हम इसे हिंदुस्तान का बेहतरीन लोकतंत्र बना सकते हैं.
अग्निपथ नहीं जनपथ। pic.twitter.com/azthoBGwPX
— Satish Poonia (@DrSatishPoonia) October 12, 2025
‘पद आज आया और कल चला जाएगा’
उन्होंने कहा कि हमारी पहचान एमएलए बना नहीं हमारी पहचान फील्ड में कार्यकर्ता कितना प्यार मोहब्बत करता है. यह जरूरी है मैं महामहिम बन गया तो क्या जनता से दूर हो गए..?? पद आज आया और कल चला जाएगा.. इसकी कोई गारंटी नहीं, मैं भी कार्यकर्ता हूं और आप भी कार्यकर्ता है इसकी पहचान दुनिया की कोई ताकत नहीं मिटा सकती.
वहीं विशिष्ट अतिथि के तौर पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भी ‘अग्निपथ नहीं जनपथ’ पर चर्चा करते हुए कहा किताब को पढ़ने की इच्छा है और मैं तो यह भी जानना चाहूंगा कि सब कह रहे थे हरियाणा चुनाव में कांग्रेस जीत रही है जीत रही है, लेकिन कांग्रेस हार गई मैं तो पूनिया से यह समझना चाहता हूं कि आखिर हरियाणा में कांग्रेस हार कैसे गई.
सतीश पूनिया के पास हरियाणा प्रभारी का है जिम्मा
उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि आजकल सतीश पूनिया हरियाणा वालों की तरह हो गए, हरियाणा का व्यक्ति हमेशा मस्त मूड में रहता है, वह ज्यादा चिंता फिक्र नहीं करता, यह सुनते ही मौजूद जनता जोर से हंस पड़ी. आपको बता दे सतीश पूनिया के पास हरियाणा के प्रभारी का जिम्मा है.
कार्यक्रम में हुई सियासी बयानबाजी
बीजेपी नेता सतीश पूनिया के कार्यक्रम में रोचक राजनीतिक चर्चा हुई कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने चुटकी ली. उन्होंने कहा, ”सतीश पूनिया और मुझे सत्ता में आने से पहले ही सांप ने डस लिया, इसके बाद आपने किताब लिख दी, तो मैंने भी आलेख लिखना शुरू कर दिया, उम्मीद है मेरे आलेखों की किताब के विमोचन में भी राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया आएंगे”.
‘डसने वाले का नाम करो सार्वजनिक’
इसके बाद जब बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ का बोलने का आया मौका, तो उन्होंने भी राजेंद्र राठौड़ और सतीश पूनियां के साथ जोड़ दिया खुद का नाम, स्वयं के राजनीतिक करियर की हार जीत का जिक्र करते हुए बोले, ”सांप-सीढ़ी के खेल में मेरा नाम भी जोड़ लीजिए, हम तीनों ही सियासत के इस सांप-सीढ़ी वाले खेल में ऐन मौके पर फिसले हैं, इसके बाद जैसे ही नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली का बोलने का नम्बर आया तो उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा, ”राजस्थान में आजकल सांप बहुत डस रहे हैं, अगर ये बात विधानसभा में होती तो मैं जरूर बोलता कि डसने वाले का नाम सार्वजनिक करो”. राजस्थान की राजनीति की दिक्कतों के इन बयानों से पूरे सभागार में ठहाके गूंजने लगे .