भारत के पुरुष और महिला क्रिकेटरों को BCCI कितनी सैलरी देती है? अंतर जान उड़ जाएंगे होश

Indian Men’s or Women’s Cricketer BCCI Salary: क्रिकेट की दुनिया में भारत की मेंस और वुमेंस दोनों ही टीमों का जलवा देखने को मिल रहा है. भारतीय मेंस टीम ने टी20 वर्ल्ड कप 2024 और चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का खिताब अपने नाम किया, वहीं भारतीय वुमेंस टीम महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 के फाइनल में पहुंचकर अपना पहला खिताब जीतने से बस एक कदम दूर है. भारतीय मेंस और वुमेंस दोनों खिलाड़ियों ने देश का नाम रोशन किया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि दोनों टीमों के खिलाड़ियों को कितनी सैलरी मिलती है? यहां हम आपको बता दें कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) पुरुष और महिला क्रिकेटर्स को प्रति मैच फीस एक समान देती है.
मेंस और वुमेंस का एक समान सैलरी
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) मेंस और वुमेंस दोनों खिलाड़ियों को एक समान प्रति मैच फीस देती है. बीसीसीआई पुरुष और महिला क्रिकेटर्स को एक टेस्ट मैच के लिए 15 लाख रुपये, एक वनडे मैच के लिए 6 लाख रुपये और एक टी20 इंटरनेशनल के लिए 3 लाख रुपये की बराबर सैलरी देती है.
मेंस और वुमेंस के टॉप ग्रेड में 6.50 करोड़ का अंतर
महिला क्रिकेटर्स के ‘ग्रेड ए’ में शामिल किए जाने वाली खिलाड़ियों को BCCI सालाना 50 लाख रुपए देती है, जबकि पुरुष क्रिकेटर्स के ‘ग्रेड ए+’ में शामिल खिलाड़ियों की सालाना सैलरी 7 करोड़ मिलता है.
मेंस और वुमेंस के सेकंड ग्रेड में 16 गुना से ज्यादा का अंतर
महिला क्रिकेटर्स की ‘ग्रेड बी’ खिलाड़ियों की सालाना सैलरी 30 लाख है. वहीं, पुरुष क्रिकेटर्स की दूसरी ग्रेड यानी ‘ग्रेड ए’ में हर खिलाड़ी को 5 करोड़ सालाना दिया जाता है. यानी यहां 16 गुना से भी ज्यादा फासला है.
मेंस और वुमेंस के थर्ड ग्रेड में अंतर 30 गुना
महिला क्रिकेटर्स के ‘ग्रेड सी’ में शामिल खिलाड़ियों को महज 10 लाख रुपए सालाना सैलरी है. वहीं पुरुषों के थर्ड ग्रेड यानी ‘ग्रेड बी’ में 3 करोड़ मिलता है. यानी यहां पर दोनों की सैलरी में 30 गुना अंतर है. पुरुष क्रिकेटर्स में चौथी ग्रेड भी है. ‘ग्रेड सी’ में शामिल क्रिकेटर्स को 1 करोड़ सालाना सैलरी मिलती है, जबकि महिला क्रिकेट में अभी तक चौथी ग्रेड नहीं रखी गई है.



