आदित्यपुर नगर निगम के खिलाफ पूर्व पार्षदों का आमरण अनशन शुरू, गंदगी और अव्यवस्था पर फूटा गुस्सा

सरायकेला : आदित्यपुर नगर निगम की कार्यशैली और अव्यवस्था से नाराज निवर्तमान पार्षदों ने शनिवार से निगम कार्यालय के समीप अनिश्चितकालीन आमरण अनशन शुरू कर दिया है। गंदगी से भरे पड़े निगम परिसर के पास दर्जनभर पूर्व पार्षदों ने धरना स्थल पर बैठकर निगम प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
आश्चर्य की बात यह है कि पूर्व से सूचना देने के बावजूद नगर निगम प्रशासन ने न तो अनशन स्थल की साफ-सफाई कराई और न ही आंदोलनकारियों की सुध ली। इससे पार्षदों में नाराजगी और बढ़ गई है। उनका कहना है कि पिछले दो वर्षों से नगर निगम मनमाने ढंग से टैक्स वसूल रहा है, जबकि शहर में न तो नियमित सफाई हो रही है और न ही नागरिकों को आवश्यक मूलभूत सुविधाएं मिल पा रही हैं।
पूर्व पार्षदों का आरोप है कि बोर्ड की बैठकों में जिन योजनाओं को मंजूरी दी गई थी, वे आज तक धरातल पर नहीं उतर पाई हैं। कई परियोजनाओं का शिलान्यास तो हो गया, लेकिन काम अधूरा छोड़ दिया गया। आंदोलनकारियों ने साफ कहा है कि जब तक उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार नहीं किया जाता, तब तक आमरण अनशन जारी रहेगा।
अनशन पर बैठने वालों में वार्ड 17 की पूर्व पार्षद नीतू शर्मा, वार्ड 18 के रंजन सिंह, वार्ड 2 के अभिजीत महतो, वार्ड 12 के विक्रम किस्कू, वार्ड 14 के बोरजो राम हांसदा, वार्ड 6 की ममता बेज और वार्ड 31 की रिंकू राय शामिल हैं। अन्य कई पूर्व पार्षदों ने भी आंदोलन को नैतिक समर्थन दिया है।
इसके साथ ही, कई सामाजिक संगठनों ने भी आंदोलनकारियों के साथ एकजुटता दिखाई है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि नगर निगम प्रशासन पार्षदों की मांगों पर कब तक चुप्पी साधे रखता है और यह अनशन कब तक जारी रहता है।



