क्या भारत-दक्षिण अफ्रीका फाइनल का टिकट भी सिर्फ 100 रुपये का है? वर्ल्ड कप फाइनल का हैरान करने वाला अपडेट

नवी मुंबई में रविवार को भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच 2025 महिला वनडे वर्ल्ड कप का फाइनल खेला जाएगा. दक्षिण अफ्रीकी टीम पहली बार महिला वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंची है, वहीं टीम इंडिया तीसरी बार खिताबी मैच खेलेगी. दोनों ही टीमें अब तक वर्ल्ड कप का खिताब नहीं जीती हैं. हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में भारतीय महिला क्रिकेट टीम वनडे विश्व कप में इतिहास रचने से एक जीत दूर है और ऐसे में प्रशंसकों के बीच इस मैच को लेकर जबरदस्त उत्साह है, लेकिन टिकट नहीं मिलने से उन्हें निराशा का सामना करना पड़ रहा है.
सेमीफाइनल में भारतीय टीम के प्रदर्शन के बाद फाइनल के लिए डी वाई पाटिल स्टेडियम के बाहर टिकट के लिए फैंस की भीड़ देखी जा सकती है. स्टेडियम में दर्शकों को आकर्षित करने के लिए टिकट की कीमत महज 100 रुपये से शुरू थी, लेकिन शनिवार दोपहर तक स्टेडियम में दर्शकों के लिए टिकट उपलब्ध नहीं थे.
ठाणे जिले के पंडियन परिमल ने बताया कि वह सुबह ही स्टेडियम आ गये थे लेकिन यहां किसी को टिकट नहीं मिल रहा है. उन्होंने कहा, “मैं सुबह 9 बजे से ही यहां आया हूं, लेकिन यहां काफी भीड़ है और किसी को टिकट नहीं मिल रहा है. ऑनलाइन माध्यम से भी टिकट नहीं मिल पा रहा है. यहां बड़ी संख्या में लोग आये हैं.”
वहीं एक अन्य प्रशंसक शिफ्तैन इफ्तार ने कहा कि वह दो दिनों से टिकट के लिए यहां आ रहे हैं, लेकिन यहां कोई भी जवाब नहीं मिला. हमें कल (शुक्रवार) बताया गया था कि आज दोपहर 12 बजे से टिकट मिलने शुरू हो जायेंगे, लेकिन यहां सुबह से पहुंचने के बाद दोपहर हो गया, लेकिन टिकट के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है.
महिला प्रशंसक भी स्टेडियम के बाहर टिकट खरीदने का इंतजार करती दिखीं. मुंबई से आयी प्रशंसक किशोरी धौलपुरिया ने टिकटों की कालाबाजारी का आरोप लगाते हुए कहा, हमें यहां कुछ भी जानकारी नहीं दी जा रही है. हम धूप और बारिश में यहां खड़े हैं, लेकिन तीन दिन से कोशिश के बावजूद टिकट का कुछ पता नहीं चल पा रहा है.
स्थानीय प्रशंसक आंचल ने कहा कि हमें एक दिन पहले बताया गया था कि आज दोपहर 12 बजे से टिकट के लिए गेट खोल दिये जायेंगे, लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद भी कुछ पता नहीं चला रहा है. उन्होंने कहा कि अगर टिकट खत्म हो गये हैं तो उनको बता देना चाहिये कि टिकट उपलब्ध नहीं हैं.
टिकटों की उपलब्धता की स्थिति जानने के लिए जब स्टेडियम के प्रबंधकों से बात करने कोशिश की गयी, लेकिन उन से भी कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला. कक्षा नौवीं की छात्र लावण्या ने भी इसी तरह की शिकायत करते हुए कहा कि वह टीम को ट्रॉफी जीतते देखना चाहती हैं, लेकिन टिकट नहीं मिल पा रहा है. (इस स्टोरी में इनपुट न्यूज एजेंसी पीटीआई से लिया गया है)



