राजस्थान: 50 लाख लोगों को PM मोदी के बर्थडे का तोहफा, किसी को मिला पट्टा, किसी को बीमा पॉलिसी

राजस्थान की भजन लाल शर्मा सरकार ने राज्य के तकरीबन पचास लाख लोगों को पीएम नरेंद्र मोदी के बर्थडे का अनूठा तोहफा दिया है. सरकार द्वारा पीएम मोदी के बर्थडे के दिन से राजस्थान में जगह-जगह शुरू किए गए शहरी और ग्रामीण सेवा शिविर में तकरीबन पचास लाख लोगों को विभिन्न योजनाओं का लाभ दिया गया. इन शिविरों के माध्यम से लोगों की समस्याओं का तत्काल समाधान भी कराया गया. तमाम जगहों पर यह शिविर अब भी चल रहे हैं.
शहरी और ग्रामीण सेवा शिविरों में लोगों की बुनियादी जरूरतों से जुड़े हुए डेढ़ दर्जन विभागों की सेवाओं को एक ही छत के नीचे आमजन को उपलब्ध करवाकर सुशासन की नई मिसाल कायम की गई. इन शिविरों के जरिए सरकारी विभाग खुद चलकर आमजन की दहलीज और उसके गांव व मोहल्ले तक पहुंचे.
पारदर्शी और संवेदनशील तरीके से हुआ समाधान
पारदर्शी और संवेदनशील तरीके से लोगों की समस्याओं और जरूरतो को सुनकर उनका निस्तारण किया गया. सीएम भजनलाल शर्मा के निर्देश पर आयोजित इन शिविरों के जरिए पीएम मोदी के सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मूलमंत्र को मूर्त रूप दिया गया.
किसी को मिला पट्टा, किसी को मिली बीमा पॉलिसी
अंत्योदय के लक्ष्य की प्राप्ति में ये शिविर अहम साबित हुए हैं. इनसे शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों की बड़ी आबादी को राहत मिली है. 17 सितंबर से शुरू हुए सेवा शिविरों में 25 अक्टूबर तक 1 लाख 99 हजार से अधिक पट्टा वितरण और 2 लाख 67 हजार से अधिक मंगला पशु बीमा पॉलिसी जारी की गई है. इसके साथ ही एक लाख 25 हजार से अधिक जन्म-मृत्यु व विवाह पंजीयन, 2 लाख 8 हजार से ज्यादा जाति प्रमाण पत्र और 1 लाख 75 हजार से ज्यादा मूल निवास प्रमाण पत्र वितरित किए गए हैं.
डेड़ लाख से अधिक खोले गए जनधन खाते
इसी प्रकार 2 लाख से अधिक सामाजिक सुरक्षा पेंशनर्स का सत्यापन, 1 लाख 51 हजार से अधिक जनधन योजना के अंतर्गत बैंक खातों का खोलना तथा 1 लाख 42 हजार से अधिक नई स्ट्रीट लाइट्स को लगाने और मरम्मत के काम किए गए हैं. वहीं दूसरी तरफ 17 लाख से ज्यादा किशोरियों एवं गर्भवती महिलाओं की एनीमिया तथा 10 लाख 96 हजार से अधिक नागरिकों की टीबी की जांच के साथ 24 लाख 84 हजार से अधिक मरीजों का उपचार भी किया गया है.
प्रदेशभर में आयोजित इन शिविरों में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा पोर्टल पर 97 हजार से अधिक प्रकरणों का निस्तारण और जन आधार योजना में 1 लाख 14 हजार से अधिक पात्रों का संशोधन और अद्यतन किया गया. वहीं, 25 हजार से अधिक लोगों के स्वनिधि योजना के अंतर्गत ऋण आवेदन लेने के साथ ही 75 हजार से अधिक को वय वंदन कार्ड जारी किए गए.
ग्रामीणों के लिए वरदान साबित हुए शिविर
ये शिविर ग्रामीणों के लिए वरदान साबित हुए हैं. प्राप्त आंकड़ों के अनुसार इन शिविरों में 1 लाख 56 हजार से अधिक भू-राजस्व शुद्धिकरण प्रकरणों और 1 लाख 25 हजार से अधिक नामांतकरण प्रकरणों का निस्तारण करने के साथ ही 1 लाख 19 हजार से अधिक फार्मर रजिस्ट्री में पंजीयन किए गए हैं.
गौरतलब है कि ग्रामीण सेवा शिविरों में रजिस्ट्री, पट्टे, गिरदावरी, कुर्रेजात, विभाजन, नामांतरण, प्रमाण पत्र और अन्य विभिन्न कार्यों के साथ ही पात्र व्यक्ति और परिवारों को वृहद् स्तर पर जनकल्याणकारी योजनाओं से जोड़ा गया. वहीं, शहरी सेवा शिविरों में सड़कों, नालियों और सीवर लाइन की मरम्मत, सार्वजनिक स्थलों के सौंदर्यीकरण आदि के साथ ही जन्म-मृत्यु या विवाह पंजीयन, पट्टे, एनओसी, ट्रेड लाइसेंस, नामांतरण, भवन स्वीकृति, टैक्स जमा, सीवर कनेक्शन, जाति प्रमाण पत्र जारी किए गए.
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