Dehradun News: आपदा प्रभावित लोगों से मिलने सहस्त्रधारा पहुंचे CM धामी, हर संभव मदद का दिलाया भरोसा

देहरादून के सहस्त्रधारा क्षेत्र में सितंबर माह में आई आपदा से उजड़े मजाड़ा और कार्लीगाड़ गांवों के लोगों के बीच सोमवार (20 अक्टूबर) को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पहुंचे. पुष्कर सिंह धामी ने प्रभावित परिवारों के साथ दिवाली मनाई और उनकी समस्याएं सुनीं. उन्होंने कहा कि सरकार आपदा पीड़ितों के पुनर्वास और मुआवजे के लिए हरसंभव मदद करेगी.
मुख्यमंत्री के दौरे से पहले रविवार को प्रशासनिक टीमों ने गांव में व्यवस्थाओं का जायजा लिया और सुरक्षा व स्वागत की तैयारियों को अंतिम रूप दिया था. सीएम धामी ने आपदा प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना और भरोसा दिलाया कि सरकार उनके साथ हर कदम पर खड़ी है.
सहस्त्रधारा के मजाड़ा-कार्लीगाड़ बारिश से आई थी आपदा
गौरतलब है कि 15 सितंबर को सहस्त्रधारा मार्ग स्थित मजाड़ा-कार्लीगाड़ गांवों में भारी बारिश के कारण आई आपदा ने तबाही मचा दी थी. भूस्खलन और मलबे की चपेट में आने से कई घर क्षतिग्रस्त हो गए थे. मजाड़ा गांव में एक मजदूर सहित स्थानीय युवक अंकित की मौत हो गई थी, जबकि कई लोगों के घर पूरी तरह ढह गए थे. इसके अलावा क्षेत्र में बने कुछ रिसॉर्ट और भवन भी भारी नुकसान की चपेट में आए थे.
आपदा के एक माह बाद भी हालात जस के तस
आपदा के एक महीने बाद भी गांव में हालात पूरी तरह सामान्य नहीं हो पाए हैं. प्रभावित परिवार अब भी अस्थायी आश्रयों में रह रहे हैं और जीवन पटरी पर लौटने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे में गांव के लोगों ने इस बार दीपावली न मनाने का निर्णय लिया था. उनका कहना था कि जब पूरा गांव उजड़ चुका है, तो त्योहार का कोई अर्थ नहीं रह गया.
आपदा प्रभावितों के साथ दिवाली मनाएंगे सीएम धामी
लोगों की इस भावनात्मक स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री ने निर्णय लिया कि वे स्वयं मजाड़ा जाकर ग्रामीणों के साथ दीपावली मनाएंगे. सोमवार को उन्होंने ग्रामीणों से बातचीत की, आपदा राहत कार्यों की प्रगति का निरीक्षण किया और अधिकारियों को तेजी से पुनर्वास कार्य पूरा करने के निर्देश दिए.
सीएम धामी ने कहा कि आपदा ने भले ही भौतिक नुकसान पहुंचाया हो, लेकिन सरकार हर प्रभावित व्यक्ति के जीवन में फिर से उजाला लाने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि मजाड़ा और कार्लीगाड़ के लोगों को पुनर्वास योजना के तहत स्थायी आवास और आवश्यक सुविधाएं जल्द उपलब्ध कराई जाएंगी. मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों के साथ दीप जलाकर यह संदेश दिया कि प्रदेश सरकार उनकी पीड़ा में पूरी तरह सहभागी है और संकट की इस घड़ी में वे अकेले नहीं हैं.