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दीपावली से पहले अलीगढ़ में खाद्य विभाग की छापेमारी, 700 किलो से ज्यादा नकली डेयरी उत्पाद जब्त


दीपावली पर्व को लेकर खाद्य सुरक्षा विभाग ने मिलावटखोरी पर कड़ा शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन उत्तर प्रदेश की टीमों ने अलीगढ़ में सघन जांच अभियान चलाकर बड़ी कार्रवाई की है. टीम ने गभाना क्षेत्र में स्थित साहमत पनीर डेयरी पर छापामार कार्रवाई करते हुए लगभग 380 किलोग्राम पनीर और 350 किलोग्राम दूध को अस्वच्छ परिस्थितियों में तैयार पाया, जिसके बाद दोनों को मौके पर ही नष्ट कर दिया गया.

यह कार्रवाई मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी मनोज सिंह तोमर के नेतृत्व में की गई. उनके साथ खाद्य सुरक्षा अधिकारी आशीष गंगवार, महेश सिंह, त्रिभुवन नारायण, सुनील शर्मा, परमवीर सिंह, प्रियेश सिंह और श्वेता चक्रवर्ती शामिल रहे. टीम ने डेयरी में गहन निरीक्षण करते हुए सैंपलिंग की कार्रवाई भी की. कुल 9 नमूने एकत्र किए गए, जिनमें पनीर के 5, मिश्रित दूध के 2, एक स्किम्ड मिल्क पाउडर (SMP) और एक रिफाइंड पामोलीन ऑयल का नमूना शामिल है.

अस्वच्छ वातावरण और खराब गुणवत्ता

निरीक्षण के दौरान टीम ने पाया कि डेयरी परिसर अत्यंत अस्वच्छ था. दूध और पनीर के निर्माण की प्रक्रिया गंदे बर्तनों में और दूषित जल स्रोतों के उपयोग से की जा रही थी. खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि मौके पर उपस्थित श्रमिक बिना दस्ताने और एप्रन के काम कर रहे थे, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. पनीर को खुले में और मक्खियों के बीच रखा गया था, वहीं दूध के कंटेनरों में साफ-सफाई का अभाव था.

मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया

इस तरह की परिस्थितियों में तैयार खाद्य उत्पाद सीधे तौर पर लोगों के स्वास्थ्य के लिए खतरा साबित हो सकते हैं. इसलिए विभाग ने खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम 2006 के अंतर्गत कार्रवाई करते हुए तत्काल खाद्य सामग्री नष्ट कराई.

लाखों का माल जब्त और नष्ट

विभाग ने मौके पर 380 किलो पनीर (मूल्य ₹98,800) और 350 किलो दूध (मूल्य ₹20,300) को नष्ट कराया. इसके अलावा रिफाइंड पामोलीन तेल 73 किलो (मूल्य ₹13,578) और स्किम्ड मिल्क पाउडर 48 किलो (मूल्य ₹14,304) जब्त किया गया है. सभी नमूनों को जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है. रिपोर्ट आने के बाद मिलावट की प्रकृति के अनुसार संबंधित डेयरी संचालक पर विधिक कार्रवाई की जाएगी.

दीपावली से पहले सतर्कता अभियान

आगामी दीपावली पर्व को देखते हुए प्रशासन ने मिलावटखोरी पर रोक लगाने के लिए विशेष अभियान शुरू किया है. हर साल त्योहारों के दौरान मिठाई, दूध और पनीर में मिलावट के मामले बढ़ जाते हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, उत्तर प्रदेश ने सभी जनपदों को निर्देश जारी किए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में नियमित निरीक्षण कर असुरक्षित खाद्य उत्पादों की बिक्री पर रोक लगाएं.

अलीगढ़ जनपद में इस अभियान के तहत दो टीमें गठित की गई हैं जो रोजाना डेयरी, मिठाई दुकानों, और खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों का औचक निरीक्षण कर रही हैं. अधिकारियों का कहना है कि यह कार्रवाई केवल एक चेतावनी नहीं, बल्कि जनता के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए सख्त कदम है.

किसी भी कीमत पर मिलावट बर्दाश्त नहीं की जाएगी

मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी मनोज सिंह तोमर ने कहा कि त्योहारों के समय नकली और अस्वस्थ उत्पादों की बिक्री बढ़ जाती है. हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि अलीगढ़ में कोई भी व्यक्ति मिलावटी दूध या पनीर बेचकर जनता की सेहत से खिलवाड़ न कर सके. किसी भी कीमत पर मिलावट बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि विभाग जनता से अपील करता है कि यदि उन्हें कहीं पर मिलावटी उत्पादों की बिक्री या अस्वच्छ खाद्य सामग्री तैयार होते दिखे, तो तुरंत विभाग को सूचना दें.

नमूनों की जांच के बाद कानूनी कार्रवाई

खाद्य सुरक्षा विभाग ने बताया कि सभी एकत्र किए गए नमूनों को जांच के लिए राज्य प्रयोगशाला भेजा गया है. रिपोर्ट आने के बाद यदि नमूने मानक के अनुरूप नहीं पाए गए, तो दोषी के खिलाफ खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के तहत मुकदमा दर्ज किया जाएगा. यह अधिनियम खाद्य उत्पादों में मिलावट करने वालों पर कठोर दंड का प्रावधान करता है, जिसमें जेल और भारी जुर्माना दोनों शामिल हैं.

AZMI DESK

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