Congress Candidates List: बेगूसराय, किशनगंज… बिहार में कांग्रेस को मिलेंगी ये 60 सीटें? आ गई संभावित उम्मीदवारों की लिस्ट

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर महागठबंधन में सीट बंटवारे पर अंतिम दौर की चर्चा जारी है. सूत्रों के अनुसार कांग्रेस इस बार राज्य की 60 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार सकती है. पार्टी ने इन सीटों पर आंतरिक स्तर पर मंथन पूरा कर लिया है और आज महागठबंधन की औपचारिक घोषणा होने की संभावना है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, महागठबंधन में आरजेडी, कांग्रेस और वाम दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर लगभग सहमति बन गई है. कांग्रेस ने अपने संगठन की मजबूती, पुराने वोट बेस और स्थानीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए उन सीटों का चयन किया है, जहां पार्टी को बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है. पार्टी सूत्रों का कहना है कि इन सीटों पर सर्वे रिपोर्ट और कार्यकर्ताओं की राय के आधार पर फैसला लिया गया है.
कांग्रेस की संभावित सीटों की सूची
कांग्रेस जिन 60 सीटों पर उम्मीदवार उतार सकती है, उनमें शामिल हैं – वजीरगंज, वारिसलीगंज, सुपौल, बरबीघा, फारबिसगंज, बनियापुर, बहादुरगंज, मोतिहारी, किशनगंज, पूर्णिया, कसबा, प्राणपुर, कदवा, कोढ़ा, अररिया, बिहारीगंज, भागलपुर, सोनबरसा, जमालपुर, कुशेश्वरस्थान, बिक्रम, बेनीपुर, हिसुआ, जाले, महराजगंज, कुचायकोट, बक्सर, वैशाली, करगहर, मनिहारी, रोसड़ा, राजपुर, बेगूसराय, चेनारी, बेलदौर, कुटुंबा, कहलगांव, मुजफ्फरपुर, सुलतानगंज, खगड़िया, अमरपुर, औरंगाबाद, लखीसराय, वाल्मीकि नगर, बरबीघा, रामनगर, राजगीर, नरकटियागंज, बाढ़, चनपटिया, बांकीपुर, बेतिया, पटना साहिब, गोविंदगंज, गया टाउन, रिगा, टेकारी और बेनीपट्टी आदि. अभी कांग्रेस का दो सीटों पर मंथन चल रहा है. जैसे ही वो फाइनल हो जाएगी उनके नाम भी जारी कर दीजिए जाएंगे.
‘विजेता सीटों’ पर कांग्रेस का फोकस
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, पार्टी इस बार ‘क्वालिटी ओवर क्वांटिटी’ के सिद्धांत पर चल रही है. यानी कम सीटों पर लेकिन मजबूत दावेदारों को मैदान में उतारा जाएगा. खासतौर पर उत्तर और पूर्वी बिहार की सीटों पर कांग्रेस का फोकस रहेगा, जहां परंपरागत वोट बैंक अब भी मौजूद है.
बिहार में घोषणा से पहले हलचल तेज
महागठबंधन में सीट बंटवारे की औपचारिक घोषणा से पहले कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय और दिल्ली स्थित पार्टी दफ्तर में लगातार बैठकों का दौर जारी है. माना जा रहा है कि आज शाम तक आरजेडी और कांग्रेस मिलकर संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकते हैं.
बिहार चुनाव के इस चरण में कांग्रेस के लिए यह सीटें उसकी साख और संगठन दोनों की परीक्षा साबित होंगी. अब नजर इस बात पर है कि पार्टी अपने उम्मीदवारों के चयन से क्या नया राजनीतिक संदेश देती है.