तेलंगाना में फर्जी वोटर विवाद, जुबली हिल्स उपचुनाव में कांग्रेस पर गंभीर आरोप, BRS जाएगी हाई कोर्ट

तेलंगाना के जुबली हिल्स निर्वाचन क्षेत्र में फर्जी वोटरों के मामले ने सियासी तूफान खड़ा कर दिया है. भारतीय राष्ट्र समिति (BRS) ने इस मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाने का फैसला किया है.
BRS कार्यकारी अध्यक्ष केटीआर ने राज्य निर्वाचन आयुक्त को शिकायत दर्ज कराकर कांग्रेस पार्टी पर बूथ लेवल अधिकारियों (BLO) की मिलीभगत से जुबली हिल्स में फर्जी वोटर जोड़ने का आरोप लगाया था. 24 घंटे की समय सीमा समाप्त होने के बावजूद कोई जवाब न मिलने पर पार्टी ने अब कानूनी कार्रवाई का रास्ता चुना है.
कर्नाटक और महाराष्ट्र में चुनाव आयोग पर सवाल
BRS ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए हैं कि सरकार ने निचले स्तर के अधिकारियों के साथ साठगांठ कर मतदाता सूची में हेराफेरी की है. एक वायरल वीडियो में बीजेपी नेता ने कहा, ‘राहुल गांधी जी, आप बिहार, कर्नाटक और महाराष्ट्र में तो चुनाव आयोग पर सवाल उठाते हैं, लेकिन तेलंगाना में आपकी सरकार फर्जी वोटर आईडी बांट रही है. एक घर में तीन-तीन वोट, आपके उम्मीदवारों के रिश्तेदारों के नाम पर डुप्लिकेट एंट्री, इसका जवाब क्यों नहीं देते?’
चुनावी प्रक्रिया के साथ खिलवाड़
पार्टी कार्यकर्ताओं ने जयपुर हिल्स में घर-घर जांच के बाद चौंकाने वाले खुलासे किए. बूथ नंबर 125 में एक ऐसा मकान मिला, जहां मालिक को एक भी पंजीकृत मतदाता की जानकारी नहीं थी. बीजेपी ने इसे ‘अस्तित्वहीन वोट’ करार देते हुए चुनावी प्रक्रिया के साथ खिलवाड़ बताया. एक अन्य मामले में मकान नंबर 118, जो कथित तौर पर एक कांग्रेस नेता का है, में उनके रिश्तेदारों के नाम पर कई वोट पाए गए.
बीजेपी ने दावा किया कि नागरकुरनूल और सिरसिला से वोटरों को बिना उनकी जानकारी के जयपुर हिल्स में शिफ्ट किया गया. एक नेता ने कहा, ‘एक ही व्यक्ति के दो-दो, तीन-तीन वोट दर्ज हैं. यह कांग्रेस और BLO की मिलीभगत का स्पष्ट सबूत है.’
‘मजबूरन हाई कोर्ट का खटखटाना पड़ा दरवाजा’
BRS ने न केवल कांग्रेस, बल्कि चुनाव आयोग की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए. एक अन्य वीडियो में पार्टी नेता ने तंज कसते हुए कहा, ‘हम एक राजनीतिक दल हैं, फिर भी 24-48 घंटे में घर-घर जाकर इतनी अनियमितताएं पकड़ सकते हैं. चुनाव आयोग के पास सारी शक्तियां और संसाधन हैं, फिर वे यह सब क्यों नहीं पकड़ पाते? उन्हें अपना काम ठीक से करना चाहिए, इसके लिए उन्हें वेतन मिलता है.’
पार्टी ने बताया कि शिकायत दर्ज करने के बाद आयोग ने केवल ‘जांच होगी’ का आश्वासन दिया, लेकिन 24 घंटे बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई. बीजेपी नेता ने कहा, ‘हमें मजबूरन हाईकोर्ट जाना पड़ रहा है. हम याचिका दायर कर फर्जी वोटरों की सूची साफ करने और दोषियों पर कार्रवाई की मांग करेंगे,’
आरोपों पर कांग्रेस ने नहीं दी प्रतिक्रिया
BRS ने स्पष्ट किया कि यदि आयोग या दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो यह लोकतंत्र के लिए खतरा होगा. पार्टी बुधवार (14 अक्टूबर, 2025) को सुबह हाईकोर्ट में याचिका दायर कर इस मामले में निर्देश मांगेगी. दूसरी ओर, कांग्रेस ने इन आरोपों पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है.
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