‘पैसों के लालच में जासूसी या फिर कुछ और? पाकिस्तानी जासूस मंगत सिंह से पूछताछ में बड़े खुलासा

पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में राजस्थान के अलवर से गिरफ्तार किए गए मंगत सिंह की पुलिस कस्टडी रिमांड खत्म हो गई. इसके बाद उसे मंगलवार (14 अक्टूबर) को ज्यूडिशियल कस्टडी में 15 दिनों के लिए जेल भेज दिया गया है.
इससे पहले इंटेलिजेंस ने उसे तीन दिनों तक अपनी कस्टडी में रखकर लंबी पूछताछ की. सबूत जुटाने के लिए इस दौरान उसे अलवर भी ले जाया गया था. पुलिस कस्टडी रिमांड में पूछताछ के दौरान उससे तमाम चौंकाने वाली जानकारियां मिली हैं. उसने तमाम फोटोग्राफ्स और वीडियो समेत दूसरी जानकारियां बीएसएफ के एक जवान से भी ली थीं. एजेंसियां इस जवान से भी पूछताछ करेंगी.
ISI की महिला हैंडलर के संपर्क में था आरोपी
अलवर जिले के रहने वाले मंगत सिंह उर्फ सिद्ध पुरुष को इंटेलिजेंस ने पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में पिछले हफ्ते गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के बाद उसे जयपुर लाया गया था और यहां की CJM कोर्ट में पेश कर तीन दिनों की पुलिस कस्टडी रिमांड हासिल की गई थी. कस्टडी रिमांड में की गई पूछताछ में मंगत सिंह उर्फ सिद्ध पुरुष ने बताया कि वह आईएसआई से जुड़ी हुई महिला हैंडलर के संपर्क में पिछले काफी दिनों से था और उसे भारत की तमाम अहम जानकारियां व्हाट्सएप के जरिए उपलब्ध कराता था.
महिला हैंडलर के मोबाइल नंबर उसके फोन में ईशा शर्मा और ईशा बॉस के नाम से सेव थे. आशंका है कि दोनों नंबर एक ही महिला के हैं और फेक नाम से इस्तेमाल किए जा रहे थे. दोनों के आईपी ऐड्रेस पाकिस्तान के ही हैं.
आरोपी के खिलाफ क्रिमिनल केस भी है दर्ज
स्पेशल पब्लिक प्रासीक्यूटर सुदेश सत्तवान के मुताबिक आरोपी मंगत सिंह अलवर जिले का ही रहने वाला है. वह एक फैक्ट्री में काम करता था.उसके खिलाफ एक क्रिमिनल केस भी दर्ज है. अलवर में वह खुद को सिद्ध पुरुष के रूप में लोगों के सामने पेश करता था. दावा करता था कि उसे तंत्र विद्या आती है और इसके इस्तेमाल से वह लोगों को सभी मुसीबत से छुटकारा दिला सकता है. वह बाबाओ और तांत्रिकों की वेशभूषा में ही रहता था. तंत्र मंत्र की वजह से ही लोग उसे सिद्ध पुरुष कहते थे.
पैसों के लालच में की जासूसी
स्पेशल पब्लिक प्रासीक्यूटर सुदेश सत्तवान के मुताबिक आरोपी मंगत सिंह पाकिस्तानी महिला हैंडलर के साथ भावनात्मक तौर पर भी जुड़ गया था. वह हनीट्रैप का शिकार होने के साथ ही पैसों की लालच में भी जासूसी करता था. पाकिस्तानी हैंडलर से उसे लगातार पैसे ट्रांसफर किए जाते थे. उसे पैसे एयरटेल पेमेंट बैंक में भेजे जाते थे.
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भी था एक्टिव
सुदेश सत्तवान ने जानकारी दी है कि मंगत सिंह ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भी काफी सक्रिय था. अलवर के सैन्य ठिकानों की तमाम तस्वीरे और वीडियो उसने पाकिस्तान भेजे थे. उसके संपर्क में बीएसएफ का एक जवान मोहन सिंह भी था. मोहन सिंह ने उसे तमाम फोटो और वीडियो भेजे थे.
BSF का जवान भी था संपर्क में
हालांकि अभी यह साफ नहीं है कि बीएसएफ का जवान जासूसी के काम में सहयोग करने के मकसद से जानकारी मुहैया कराता था या फिर वह सिर्फ सामान्य तौर पर सूचनाओं को साझा करता था.इंटेलिजेंस की टीम जल्द ही मोहन सिंह वी कुछ अन्य लोगों से भी पूछताछ करेगी. मामले में मिली भगत की जानकारी होने पर इनकी गिरफ्तारी भी की जाएगी.
15 दिन के लिए भेजा जेल
इंटेलिजेंस ने आज दोपहर को आरोपी मंगत सिंह को जयपुर की सीजेएम कोर्ट में पेश किया. जांच एजेंसी ने दोबारा उसकी कस्टडी डिमांड नहीं मांगी और कोर्ट ने 15 दिनों की ज्यूडिशियल कस्टडी में उसे जेल भेज दिया. कोर्ट में पेशी के दौरान आरोपी मंगत सिंह उर्फ सिद्ध पुरुष से अपने किए पर पछतावा होने समेत तमाम सवाल किए गए, लेकिन उसने पूरे समय चुप्पी साधे रखी और किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया.