जोधपुर में कांग्रेस की बैठक के दौरान घमासान, पर्यवेक्षक के सामने ही नेताओं में हुई नोकझोंक

राजस्थान स्थित जोधपुर में कांग्रेस के संगठन सृजन अभियान के तहत शनिवार (11 अक्टूबर) को फीडबैक बैठक के दौरान जमकर हंगामा हो गया. शहर अध्यक्ष के चुनाव को लेकर दो गुटों में तीखी नोकझोंक हो गई. यह विवाद सूरसागर क्षेत्र की बैठक के दौरान प्रदेश पर्यवेक्षक सुशांत मिश्रा की मौजूदगी में हुआ, जिससे माहौल गर्मा गया और पार्टी की अंदरूनी कलह सबके सामने दिखाई दे रही है.
किस बात पर शुरू हुआ विवाद?
दरअसल बैठक में प्रीतम शर्मा और राजेश रामदेव के बीच वन-टू-वन मीटिंग लिस्ट को लेकर विवाद हुआ. दोनों नेताओं में आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला और देखते ही देखते आवाजें ऊंची होने लगीं. जब स्थिति बिगड़ने लगी तो अन्य वरिष्ठ नेताओं को बीच-बचाव करना पड़ा. बताया जा रहा है कि विवाद की वजह लिस्ट में कुछ नामों को लेकर मतभेद था, जिस पर एक पक्ष ने पारदर्शिता पर सवाल उठाए जबकि दूसरे ने पक्षपात का आरोप लगाया है.
वीडियो सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
सूत्रों के अनुसार, पर्यवेक्षक सुशांत मिश्रा ने माहौल शांत करने की कोशिश की, लेकिन विवाद कुछ देर तक चलता रहा. इस दौरान कई कार्यकर्ता भी बहस में शामिल हो गए. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. लोगों का कहना है कि ऐसी घटनाओं से कांग्रेस संगठन की अनुशासनहीनता और आंतरिक मतभेद एक बार फिर उजागर हो रही है. वीडियो के वायरल होने के बाद प्रदेश नेतृत्व भी स्थिति पर नजर बनाए हुए है और रिपोर्ट मांगी जा सकती है.
पार्टी के स्थानीय नेताओं ने घटना पर नाराजगी जताई है. उनका कहना है कि “ऐसे बर्ताव से कार्यकर्ताओं में गलत संदेश जाता है.” संगठन सृजन अभियान का उद्देश्य एकता, अनुशासन और पारदर्शिता को बढ़ावा देना था, लेकिन ऐसी घटनाएं पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाती हैं. इस विवाद ने साफ कर दिया कि कांग्रेस में संगठनात्मक एकजुटता की राह अभी आसान नहीं है.