आजमगढ़ में मुठभेड़, 25 हजार का इनामी बदमाश आदिल गिरफ्तार, हथियार और नकदी बरामद

आजमगढ़। बिलरियागंज थाना क्षेत्र में गुरुवार रात पुलिस और कुख्यात अपराधी के बीच हुई मुठभेड़ में 25 हजार रुपये का इनामी बदमाश आदिल पुत्र निजामुद्दीन उर्फ भरतूल गोली लगने से घायल हो गया। आरोपी के पास से तमंचा, कारतूस, मोबाइल फोन, मोटरसाइकिल और नकदी बरामद की गई है। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस अधीक्षक कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, घटना की जड़ 18 अक्टूबर 2024 की भैंस चोरी की वारदात है। बिलरियागंज थाना क्षेत्र के बसिला गांव निवासी सोनी यादव ने अपनी भैंस चोरी की तहरीर दी थी। इस पर मुकदमा संख्या 373/24 धारा 303(2) बीएनएस दर्ज किया गया। जांच में आदिल का नाम सामने आया और वह वांछित घोषित कर दिया गया।
पुलिस के अनुसार, आदिल पर 30 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। इनमें चोरी, लूट, डकैती, गौतस्करी, गौवध, गैंगस्टर एक्ट और अवैध हथियार रखने जैसे गंभीर अपराध शामिल हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार के निर्देश पर गठित टीम ने आरोपी की तलाश तेज कर दी थी। इसी बीच, 2 अक्टूबर 2025 को मुखबिर से सूचना मिली कि आदिल जगजीवनपुर नहर तिराहे के पास मौजूद है।
थानाध्यक्ष सुनील कुमार दूबे के नेतृत्व में पुलिस टीम ने इलाके की घेराबंदी की। खुद को घिरा देख आदिल ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी फायर किया। इस दौरान गोली आदिल के दाहिने पैर में लगी और वह घायल होकर गिर पड़ा।
मुठभेड़ स्थल से पुलिस ने
एक .315 बोर तमंचा
दो जिंदा कारतूस
दो खोखा कारतूस
एक मोबाइल फोन
एक अपाची मोटरसाइकिल
नकद 2000 रुपये
बरामद किए।
घायल बदमाश को तुरंत सीएचसी बिलरियागंज ले जाया गया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे गंभीर हालत में जिला अस्पताल आजमगढ़ रेफर कर दिया गया।
पुलिस ने आदिल के खिलाफ नया मुकदमा संख्या 321/25 धारा 109 बीएनएस और 3/25 आर्म्स एक्ट में दर्ज किया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस मामले की वैज्ञानिक और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर गहन जांच की जा रही है, ताकि अदालत में मजबूत पैरवी कर अपराधी को कठोर दंड दिलाया जा सके।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार ने कहा कि अपराधियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस लगातार सक्रिय है और कानून व्यवस्था को चुनौती देने वालों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है।