आज़मगढ़: मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद भी लाल-नीली बत्ती और हूटर का धड़ल्ले से प्रयोग जारी

आज़मगढ़। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद जिले में अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा लाल और नीली बत्ती तथा हूटर का प्रयोग जारी है। शासनादेश के अनुसार वीवीआईपी वाहन और अन्य अधिकारी वाहनों में अनाधिकृत तरीके से बत्ती और हूटर का प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए।
लेकिन जिले में स्थिति इसका विपरीत है। एसआईसी से लेकर एसडीएम और नायब तहसीलदार तक अपनी गाड़ियों में लाल-नीली बत्ती लगाकर और हूटर बजाकर शहर में घूम रहे हैं। अधिकारियों में वीआईपी कल्चर गहराया हुआ है और वे प्रशासनिक आदेश की परवाह किए बिना वीवीआईपी जैसी शोभा बनाए रखने में लगे हैं।
सत्तारूढ़ दल के नेताओं और कार्यकर्ताओं की गाड़ियों में भी हूटर का प्रयोग देखा गया है। अक्सर यह स्थिति तब स्पष्ट होती है जब वे जाम में फंसे हों या बड़े नेता के जिले आगमन के समय गाड़ियों के हूटर बजते हैं।
पुलिस प्रशासन, जो इस प्रकार के उल्लंघन पर कार्रवाई करने का अधिकारी है, इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है। प्रशासनिक और राजनीतिक वीआईपी कल्चर के कारण आम नागरिकों को भी इस पर नाराजगी है।
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद भी अधिकारी लाल-नीली बत्ती और हूटर का प्रयोग कर रहे हैं
एसआईसी, एसडीएम और नायब तहसीलदार सहित कई अधिकारी इस धड़ल्ले से उल्लंघन कर रहे हैं
सत्तारूढ़ दल के नेताओं और कार्यकर्ताओं की गाड़ियों में भी हूटर का प्रयोग
पुलिस प्रशासन ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की
वीआईपी कल्चर आम नागरिकों के बीच नाराजगी का कारण