राष्ट्रीय गौरव पुरस्कार 2025 से सम्मानित हुए डॉ. इरफान अहमद
आयुर्वेद के क्षार सूत्र रोग विशेषज्ञ के तौर पर उत्कृष्ट कार्य का मिला सम्मान

फरिहा (आजमगढ़)। स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) के अवसर पर नई दिल्ली में आयोजित भव्य समारोह में आजमगढ़ जनपद के डॉ. इरफान अहमद को राष्ट्रीय गौरव पुरस्कार 2025 से सम्मानित किया गया।
डॉ. अहमद, निजामाबाद तहसील के सुराई गांव निवासी स्वर्गीय हाजी रमजान अहमद के सुपुत्र हैं और वर्तमान में फैजी मेमोरियल हॉस्पिटल, फरिहा रेलवे क्रॉसिंग में चिकित्सक के रूप में कार्यरत हैं। यह सम्मान उन्हें आयुर्वेद के क्षार सूत्र रोग विशेषज्ञ के तौर पर चिकित्सा क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान और समाजसेवा के लिए दिया गया।
वाईएसएसआर फाउंडेशन के अध्यक्ष कमल चौधरी के नेतृत्व में देशभर से 100 लोगों का चयन कर यह सम्मान प्रदान किया गया।जनपद में भव्य स्वागत
सम्मानित होकर आजमगढ़ लौटे डॉ. इरफान अहमद का सरायमीर रेलवे स्टेशन पर हजारों की भीड़ ने ढोल-नगाड़ों और फूल-मालाओं के साथ गर्मजोशी से स्वागत किया।
काफिला सरायमीर से निकलकर संजरपुर, खुदादादपुर, असीलपुर, फरिहा ईदगाह और फरिहा बाजार तक पहुंचा। हर जगह ग्रामीणों और समाजसेवियों ने फूल मालाओं से डॉ. अहमद का अभिनंदन किया। इस स्वागत समारोह में जिले की कई प्रतिष्ठित हस्तियां मौजूद रहीं। इनमें प्रमुख रूप से –पूर्व ब्लॉक प्रमुख इसरार अहमद, डॉ. इमरान अहमद, डॉ. सलमान फैजी, डॉ. सैफुल्लाह, डॉ. अजहरुद्दीन ,प्रकाश यादव, बाल गोविंद यादव, कमलेश यादव, अशोक यादव, हरिद्वार यादव, विनोद कुमार (ग्राम प्रधान सुराई), मोहम्मद आरिफ (पूर्व प्रधान डुगडुगवा), अब्दुल हमीद, जावेद अहमद (पूर्व प्रधान), अबू बकर खान (फरिहा प्रधान), रूमान अहमद, नूरुद्दीन अहमद, अबू सहमा, एहसान अहमद, कामरान फैजी, मोहम्मद कैफ, मोहम्मद राशिद, अल्तमश फैजी, मुस्तनीर फराही, मोहम्मद वसीम, मोहम्मद लईक शेरवानी, मोहम्मद तालिब। इसके अलावा सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण एवं समाजसेवी भी शामिल रहे।
समाज के लिए प्रेरणास्रोत
डॉ. इरफान अहमद ने कहा कि यह सम्मान सिर्फ उनका नहीं बल्कि पूरे आजमगढ़ और खासकर ग्रामीण क्षेत्र का है।
उनका उद्देश्य है कि आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति को आधुनिक चिकित्सा के साथ जोड़कर रोगियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराना।