साइबर पुलिस को मिली बड़ी सफलता फर्जी सिम के जरिए लाखों रुपया की धोखाधड़ी करने वाला अभियुक्त गिरफ्तार

आजमगढ़। साइबर पुलिस ने लोगो के नाम से फर्जी सिम एक्टिवेट कर तथा एयरटेल पेमेंट बैंक बनाकर डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रान्सफर) के माध्यम से लोगो की गवर्नमेंट योजना के तहत मिलने वाली (किसान सम्मान निधि, पेंशन, गैस सब्सिडी, स्कालरशिप) राशि के लाखो रूपये निकालने वाला आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उसके पास से 40 एक्टिवेटेड सिम और तीन मोबाइल व नगदी बरामद किया है। पुलिस के अनुसार, कप्तानगंज थाना क्षेत्र के मोलनापुर निवासी सीताराम यादव पुत्र स्व0 सूर्यबली यादव ने साइबर क्राइम थाना में प्रार्थना पत्र दिया की किसी ने मेरे नाम से फर्जी एयरटेल पेमेंट बैंक का खाता खोल लिया है और जो किसान सम्मान निधि की राशि मेरे बरौदा यूपी ग्रामीण बैंक में आती थी वो अब अचानक मेरे नाम से खुले फर्जी एयरटेल पेमेंट बैंक में ट्रान्सफर होकर निकाल लिया जा रहा है। ऐसे ही कई अन्य लोगो का भी किसान सम्मान निधि की राशि अन्य बैंको में ट्रान्सफर कर निकाल लिया जा रहा है। उक्त शिकायत पर तत्काल संज्ञान लेते हुए पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य के निर्देशानुसार अपर पुलिस अधीक्षक अपराध विवेक पाण्डेय के पर्यवेक्षण में तकनीकी संसाधनो का प्रयोग करते हुए साइबर क्राइम टीम द्वारा अभिसूचना संकलन करके कार्यवाही प्रारम्भ की गयी तो जाच से परमानन्द भारती उर्फ़ राहुल कुमार पुत्र राजकुमार ग्राम जलालपुर कोठवा थाना अहरौला का नाम प्रकाश में आया। 7 अप्रैल को साइबर क्राइम प्रभारी निरीक्षक विमल प्रकाश राय ने आरोपी परमानन्द भारती उर्फ़ राहुल कुमार को उसके घर के पास से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसके पास से अपराध में प्रयुक्त मोबाइल फ़ोन, 40 एक्टिवेटेड सिम कार्ड व् 4400 रूपये बरामद किया गया। पूछ-ताछ में आरोपी ने बताया की मैं एयरटेल की तरफ से गावों में जाकर एयरटेल एमएनपी केंद्र का कैंप लगता हूँ. वहां जो भी लोग सिम कार्ड लेने या पोर्ट कराने आते है तो मै उनके नाम से 2 सिम, एक बार ई केवाईसी के माध्यम से तथा दूसरी बार ऑफ लाइन केवाईसी आधार कार्ड की फोटो खीचकर एक्टिवेट कर देता था। तथा उसी समय ई-केवाईसी कर उनके नाम से फर्जी एयरटेल पेमेंट बैंक भी खोलकर उसमे डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रान्सफर) आप्शन को फर्स्ट टाइम एक्टिवेट कर देता था उससे लोगो के आधार कार्ड से जो भी गवर्नमेंट योजना के तहत (किसान सम्मान निधि, पेंशन, गैस सब्सिडी, स्कालरशिप) राशि बैंक खातो में ट्रान्सफर होती थी वह मेरे द्वारा खोले हुए फर्जी एयरटेल पेमेंट बैंक में ट्रान्सफर हो जाती थी जिसे मै यूपीआई के माध्यम से निकाल लेता था। पूछ-तांछ के दौरान बताया की अब तक मैंने लगभग 50 से 60 लोगो के साथ ऐसी धोखधड़ी कर लगभग 5 लाख रूपये ट्रान्सफर कर निकाले गए है। गिरफ्तार करने वाली टीम में मनीष सिंह, का. एजाज खां, संजय कुमार, सभाजीत मौया व महिपाल यादव शामिल रही।