आज़मगढ़:स्वास्थ्य समिति की बैठक में भड़के डीएम, कहा कि लापरवाह स्वास्थ्यकर्मियों पर होगी कार्रवाई

रिपोर्ट: रोशन लाल
आजमगढ़ । डीएम डी एम रविन्द्र कुमार की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट मीटिंग हाल में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में जननी सुरक्षा योजना, नियमित टीकाकरण, आशाओं का भुगतान, टीबी मरीजों का चिन्हांकन, डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में जागरूकता, टेस्टिंग, साफ-सफाई और फॉगिंग की समीक्षा की गई।जिलाधिकारी ने नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में टीकाकरण, गर्भवती माताओं व नवजात शिशुओं के पंजीकरण तथा ओपीडी में चिकित्सकों की उपस्थिति पर असंतोष व्यक्त किया। उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवगांव (लालगंज) की प्रगति पर नाराजगी जताई और सुधार के निर्देश दिए। वहीं, मार्टिनगंज सीएचसी का प्रदर्शन हर मानक पर कमजोर रहने पर चेतावनी दी।डीएम ने कहा कि राज्यस्तरीय स्वास्थ्य रैंकिंग में आजमगढ़ किसी भी स्थिति में नीचे नहीं आना चाहिए। फूलपुर और अहिरौला सीएचसी में जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत कम डिलीवरी दर पर चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि सीडीपीओ व अधीक्षक संयुक्त बैठक करें और आशाओं व आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की भूमिका की समीक्षा करें। जिनकी लापरवाही सामने आए, उनके विरुद्ध कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने 243 सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों को लैपटॉप वितरण योजना के तहत कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर 5 सीएचओ को लैपटॉप दिए गए, जबकि 230 को पूर्व में ही मिल चुके हैं। डीएम ने कहा कि लैपटॉप वितरण का उद्देश्य स्वास्थ्य सेवाओं को डिजिटल रूप से सुदृढ़ करना और रिपोर्टिंग प्रणाली को पारदर्शी बनाना है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और कार्यकुशलता बढ़ेगी।इस अवसर पर “संजीवनी पोर्टल” पर अगस्त माह तक उत्कृष्ट ओपीडी प्रदर्शन करने वाले डॉ. आसिफ खान (सीएचसी बिलरियागंज) और डॉ. एच.एन. सिंह (सीएचसी तहबरपुर) को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। साथ ही सीएचओ ओमप्रकाश खोखर और अभिषेक कुमार को भी उत्कृष्ट कार्य हेतु सम्मानित किया गया।



