जयपुर: दिवाली की मिठाइयों की फीकी पड़ी मिठास, आसमान छूती चांदी की कीमतों से बिक्री में गिरावट

चांदी की कीमतों में लगातार हो रही बेतहाशा बढ़ोतरी का असर सिर्फ सिल्वर के गहनों की खरीदारी पर ही नहीं पड़ रहा है, बल्कि इसने दीपावली की मिठाइयों की मिठास को भी फीका कर दिया है.
दरअसल ज्यादातर मिठाइयों को खूबसूरत लुक देने के लिए उस पर चांदी का वर्क लगाया जाता है. पिछले एक साल में चांदी के दाम तकरीबन ढाई गुना बढ़ गए हैं और इसका सीधा असर मिठाइयों की कीमत पर देखने को मिल रहा है.
चांदी के वर्क की कीमतों में बढ़ोतरी
चांदी के वर्क की कीमतों में करीब ढाई गुना बढ़ोतरी होने की वजह से पिंक सिटी जयपुर में मिठाइयों के दाम 10 से 15 फ़ीसदी तक बढ़ गए हैं. जयपुर की ज्यादातर दुकानों में मिठाइयां सिर्फ चांदी के वर्क की कीमत की वजह से तकरीबन 15 फ़ीसदी ज़्यादा दामों पर बिक रही हैं.
दुकानदारों का क्या कहना है?
दुकानदारों का कहना है कि चांदी के वर्क का जो बंडल पिछले साल दीपावली पर पांच से साढ़े पांच हजार रुपए में आता था, वह इन दिनों बारह हज़ार रुपए या उससे ज्यादा के दाम में मिल रहा है. ऐसे में मिठाइयों के दाम बढ़ाना मजबूरी हो गया था.
हालांकि कीमतों में बढ़ोतरी का दीपावली के त्योहार पर बिकने वाली मिठाइयों पर कोई खास असर नहीं पड़ रहा है. लोगों का कहना है कि रोशनी के इस त्यौहार पर मिठाइयां खरीदना और उसे उपहार में दूसरों को देना शगुन के तौर पर होता है. ऐसे में कीमतें बढ़ाने के बावजूद उनकी खरीदारी करनी ही पड़ रही है.
मिठाई के दुकानदार ने क्या कहा?
जयपुर के सांगानेरी गेट इलाके के बांबे मिष्ठान भंडार के मैनेजर सुरेंद्र के मुताबिक एक तरफ ड्राई फ्रूट व मिठाई में इस्तेमाल होने वाले दूसरे सामानों के दाम बढ़े हैं तो वहीं दूसरी तरफ चांदी के वर्क की कीमत में लगी आग का ठीक-ठाक असर मिठाइयों पर पड़ा है. इसकी वजह से कई मिठाइयों पर चांदी का वर्क नहीं लगाया जा रहा है या फिर पहले के मुकाबले कम लगाया जा रहा है.
चांदी की कीमतों में लगी आग ने न सिर्फ इससे बनी ज्वेलरी और दूसरे सामानों को प्रभावित किया है, बल्कि इसने दीपावली पर मिठाइयों की मिठास को भी फीका करने का काम किया है. जयपुर की बात की जाए तो यहां चांदी यानी सिल्वर के दाम पिछले एक साल में तकरीबन दो गुना तक बढ़ गए हैं.