UP के युवक ने प्रेमानंद महाराज के लिए मक्का-मदीना में मांगी दुआ, पेश की मिसाल

प्रयागराज से इंसानियत की मिसाल पेश करने वाली एक खबर सामने आई है. यहां के एक मुस्लिम युवक सूफियान इलाहाबादी ने मदीना से प्रेमानंद महाराज के स्वास्थ्य लाभ की दुआ मांगी है. सूफियान प्रयागराज के शाहगंज थाना क्षेत्र के नखास कोना इलाके का रहने वाला है. इन दिनों वह उमरा अदा करने के लिए मदीना गया हुआ है.
वहां से उसने प्रेमानंद महाराज के जल्द स्वस्थ होने की दुआ करते हुए इंसानियत की मिसाल पेश की. युवक ने गंगा-जमुनी तहजीब की मिशाल पेश की है. वहीं सूफियान इलाहाबादी ने वीडियो के जरिए मानवता का संदेश दिया है. फिलहाल युवक की हर कोई तारीफ कर रहा है.
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
सूफियान ने करीब 1 मिनट 20 सेकंड का एक वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया, जो तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में पीछे मदीना की मस्जिद नजर आ रही है, जबकि सूफियान के हाथ में मोबाइल फोन है, जिसमें प्रेमानंद महाराज की तस्वीर दिखाई दे रही है.
वीडियो में सूफियान भावुक होकर कहता है, ‘ये हमारे प्रेमानंद महाराज हैं, हिंदुस्तान के बहुत अच्छे इंसान हैं. मुझे पता चला कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है, इसलिए मैं मदीना से दुआ करता हूं कि अल्लाह उन्हें सेहत और लंबी उम्र दे. ये बहुत सच्चे और नेक इंसान हैं.’
प्रयागराज की गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल
सूफियान आगे कहता है, ‘हम प्रयागराज से हैं, वह धरती जहां गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल दी जाती है. यह शहर हमेशा से प्रेम, सद्भाव और भाईचारे की मिसाल रहा है.’ उसने कहा, ‘मैं इस वक्त मदीना में हूं वह पवित्र जगह जहां हर मैल धुल जाता है, चाहे वह शरीर का हो या मन का. यहां इंसानियत सबसे बड़ी चीज है. न हिंदू, न मुसलमान बस एक अच्छा इंसान होना जरूरी है.’
मुस्लिम युवक ने दिया मानवता का संदेश
वीडियो के अंत में सूफियान कहता है, ‘मैं मदीने की पवित्र धरती से अपने हिंदू भाई प्रेमानंद महाराज के लिए दुआ करता हूं. अल्लाह उन्हें सेहत, ताकत और सलामती अता फरमाए. आखिरकार, इंसान की पहचान उसके धर्म से नहीं, बल्कि उसकी नेक नीयत और इंसानियत से होती है.’
सोशल मीडिया पर युवक की हो रही है सराहना
सूफियान का यह कदम सोशल मीडिया पर खूब सराहा जा रहा है. लोगों का कहना है कि इस तरह की सोच ही असली भारत की पहचान है जहां मजहब नहीं, इंसानियत सबसे बड़ी बात है. यह वीडियो गंगा-जमुनी संस्कृति और एकता की उस भावना को फिर से जीवित करता है, जो हमेशा से भारत की असली ताकत रही है.