‘मुसलमानों के घर-मस्जिद तोड़ते हैं, उन्हें …’, अफगानी विदेश मंत्री से मुलाकात के बाद और क्या बोले अशरद मदनी?

जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में महिला पत्रकारों को नहीं बुलाने के मामले को लेकर शनिवार (11 अक्टूबर, 2025) को बयान दिया है. मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि उनकी तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस में किसी महिला पत्रकार को बुलाने पर कोई मनाही नहीं थी. उन्होंने कहा कि अगर कॉन्फ्रेंस में महिला आतीं, तब भी कोई बात नहीं होती.
उन्होंने आगे कहा, ‘हम थे यहां, लेकिन हमसे किसी महिला पत्रकार ने नहीं कहा कि वह यहां आना चाहतीं हैं. अगर वह कहतीं तो हम उनको जरूर बुलाते, हमारी तरफ से कोई मनाही नहीं थी.’
मौलाना अरशद मदनी ने दिया बयान
मौलाना अरशद मदनी ने कहा, ‘यह उन लोगों का प्रोपेगेंडा है, जिन्हें अफगानिस्तान अच्छा नहीं लगता है. उन्होंने ही यह प्रोपेगेंडा भी फैलाया है. लेकिन इसमें कोई हकीकत नहीं है.’ उन्होंने कहा, ‘हमारे बीच बहुत अच्छी बात हुई थी, हिंदुस्तान की तारीख और हमारे बुजुर्गों ने जो अफगानिस्तान की सरजमीन को अंग्रेजी सरकार के खिलाफ जो जिला वतन हुकूमत कायम की थी, उस पर भी हमारी बातचीत हुई.’
उन्होंने कहा, ‘हमारे बीच के इतिहास की बुनियाद पर ही तालिबान के विदेश मंत्री यहां आए हैं. हमारी एक तारीख है और वह तारीख बहुत कीमती है. हमारी तारीख तालीम की है और हिंदुस्तान की आजादी की भी है और उनकी शिरकत इन दोनों तारीखों में है.’
गृह मंत्री के मुसलमानों के घुसपैठ वाले बयान पर क्या बोले अरशद मदनी?
मौलाना अरशद मदनी ने कहा, ‘गृह मंत्री झूठ बोलते हैं, हिंदुस्तान की आबादी बढ़ी है तो उनकी भी आबादी बढ़ी है. इसमें घुसपैठ कहां से आ गए?’ उन्होंने कहा, ‘मुसलमान को मारते हो, उनका कत्ल करते हैं. उनके घरों को तोड़ते हो, उनकी मस्जिदों को तोड़ते हैं और क्या मुसलमान पागल है कि वह अपना मुल्क छोड़कर के इस वतन में आएगा. क्या ये अक्ल की बात है? क्या दीवाना हो गया है मुसलमान? और अगर ऐसी बात होती है तो झूठ होती है. चाहे कोई बड़े से बड़ा आदमी ऐसा कहे तो वह भी झूठ बोलता है.’
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