आजमगढ़

Deoria news:श्री राम कथा से दूर होती है जीवन की व्यथा

‌ श्री राम कथा से होती है जीवन की व्यथा दूर पंडित विनय मिश्र।
देवरिया।
बरहज क्षेत्र के ग्राम करायल शुक्ल में चल रहे श्री राम कथा के विश्राम दिवस पर भगवत कथा का रसपान करते हुए आश्रम बरहज से पधारे हुए, पंडित विनय मिश्र ने कहा कि भगवान की कथा श्रवण मात्र से मनुष्य के जीवन की व्यथा दूर हो जाती है गोस्वामी तुलसीदास जी के मानस का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि जानकी जी अशोक वाटिका में अशोक वृक्ष के नीचे बैठी हुई संकट में अपना जीवन गुजार रही थी, और त्रिजटा से, निवेदन कर रही थी कि मेरे लिए चिता तैयार करो, अब मैं जीना नहीं चाहती हूं
आन काट रचि चिता बनाई।
मातु अनल पुनि देहू लगाई।।
त्रिजटा ने जानकी जी को समझा बुझा कर चली गई इसी बीच रावण अपनी रानियों सहित, जानकी जी के पास पहुंचकर कहा कि एक बार बिलोकि मम ओरा।
रावण के वापस जाने के बाद जानकी जी और दुखी हो गई इसी बीच हनुमान जी ने जब जानकी जी अशोक के वृक्ष से अग्नि की याचना कर रही थी माता जानकी को दुखी देखकर हनुमान जी ने भगवान श्री राम की सुंदर कथा सुनाइए रामचंद्र गुण बरनी लगा सुनतही सीता कर दुख भागा।।
भगवान की कथा श्रवण मात्र से जानकी जी का दुख दूर हो गया इसलिए जीवन में जब भी संकट आए तो भगवान की कथा श्रवण करनी चाहिए कथा के दौरान आश्रम बरहज के पीठाधीश्वर आजनेयदास जी महाराज, अंगद प्रसाद द्विवेदी, प्रिंस कुमार द्विवेदी, रामनिवास उपाध्याय, श्री राम शुक्ला, सारथी शुक्ला, बटुक देव शुक्ला ,गजेंद्र शुक्ला, डॉक्टर पप्पू शुक्ला, मेघनाथ शुक्ला, छोटू कुशवाहा, उमेश सिंह, विद्याभूषण, लक्ष्मी मद्धेशिया, अनमोल मिश्र, भगवान उपाध्याय सहित काफी संख्या में श्रद्धालु जन उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता आश्रम पीठाधीश्वर आजनेयदास दास जी महाराज ने की, एवं संचालन अंगद प्रसाद द्विवेदी ने किया ‌।

AZMI DESK

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