झारखंड: गढ़वा में CO को पत्नी ने प्रेमिका संग रंगे हाथों पकड़ा, हुआ हाई वोल्टेज ड्रामा

झारखंड के गढ़वा जिले के मझिआंव अंचल कार्यालय में रविवार (2 नवंबर) को तड़के उस वक्त हाई वोल्टेज ड्रामा खड़ा हो गया, जब अंचलाधिकारी (CO) प्रमोद कुमार को उनकी पत्नी ने उनके सरकारी आवास पर ही एक अन्य महिला के साथ रंगे हाथ पकड़ लिया. आक्रोशित पत्नी ने सीओ और उनकी प्रेमिका को कमरे में बंद कर बाहर से ताला लगा दिया. सीओ की पत्नी, डॉ. श्यामा रानी, बिहार के एक पूर्व सांसद की बेटी बताई जा रही हैं.
घटनाक्रम के अनुसार, सीओ की पत्नी डॉ. श्यामा रानी को अपने पति पर काफी समय से शक था. उन्हें सूचना मिली कि उनके पति अपनी प्रेमिका के साथ सरकारी आवास पर हैं. इस पर, वह रविवार अहले सुबह करीब 4 बजे आवास पर पहुंचीं.
दीवार फांद कर चुपके से किया घर में प्रवेश
आवास पहुंचकर उन्होंने दीवार फांदी और चुपके से घर में प्रवेश किया. वहां उन्होंने कथित तौर पर अपने पति प्रमोद कुमार को एक अन्य महिला के साथ एक ही कमरे में सोते हुए पाया. यह देखते ही वह आग बबूला हो गईं और उन्होंने बाहर से कमरे के तीनों दरवाजों पर एक-एक कर ताला लगा दिया.
पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंचे
जब सीओ को खुद के कैद होने की भनक लगी, तो उन्होंने ताला खोलने के लिए चिल्लाना शुरू कर दिया, जिससे हंगामा खड़ा हो गया. सूचना मिलने पर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंचे, लेकिन पत्नी के आक्रोश के आगे उनकी एक न चली. काफी देर तक चले इस ड्रामे के बाद, अंततः सीओ साहब छत से कूदकर बाहर निकले और हंगामा करने लगे.
इस बीच, मझिआंव पुलिस ने सीओ की प्रेमिका को सरकारी आवास से हिरासत में ले लिया और उसे जांच के लिए महिला थाने को सुपुर्द कर दिया.
सीओ की पत्नी डॉ. श्यामा रानी ने मीडिया से कहा, “मुझे बहुत पहले से शक था, लेकिन आज रंगे हाथ पकड़ा गया. अब हम कानून का सहारा लेंगे.”
पुलिस के हवाले कर दिया है प्रेमिका को
मौके पर पहुंचे सीओ के ससुर और बिहार के पूर्व सांसद श्रीराम मांझी ने कहा कि उन्हें इंसाफ चाहिए. वहीं, सीओ के साले रौशन कुमार ने कहा कि वे इसे पति-पत्नी का सामान्य झगड़ा समझ रहे थे, लेकिन आज रंगे हाथ पकड़े जाने के बाद उन्होंने प्रेमिका को पुलिस के हवाले कर दिया है और वे कानूनी कार्रवाई करेंगे.
पुलिस अधिकारियों ने इसे “फैमली मैटर” (पारिवारिक मामला) बताया है. पुलिस का कहना है कि अब तक इस मामले में (पत्नी की ओर से) कोई लिखित आवेदन नहीं मिला है. आवेदन मिलने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.



