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‘NDA में दल पांचों पांडव की तरह साथ, वहां गठबंधन के अंदर ही लड़ाई’, रैली में बोले अमित शाह


केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार (01 नवंबर, 2025) को बिहार के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में चुनावी सभाओं को संबोधित करने के लिए जाने वाले थे, लेकिन खराब मौसम होने के कारण वे कहीं नहीं जा पाए. इस दौरान अमित शाह ने गोपालगंज और समस्तीपुर की चुनावी सभाओं को वर्चुअली संबोधित किया.

अमित शाह ने चुनावी रैली में आए लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि यह चुनाव किसी एक प्रत्याशी की जीत-हार का चुनाव नहीं है, बल्कि इस चुनाव से यह तय करना है कि बिहार किसके हाथ में रहेगा. यह बिहार 15 सालों तक जंगलराज फैलाने वाले हाथों में रहेगा, या 20 साल तक सुशासन देने वाले NDA के हाथ में रहेगा.

‘सुशासन बनाम जंगलराज का चुनाव’

उन्होंने कहा कि यह चुनाव बिहार का भविष्य तय करने का चुनाव है. ये चुनाव ‘सुशासन बनाम जंगलराज’ का चुनाव है. उन्होंने लोगों पर विश्वास जताते हुए कहा कि गोपालगंज वालों ने साल 2002 के बाद कभी भी यहां राजद को नहीं जिताया है. मुझे पूरा विश्वास है कि इस बार भी ये रिकॉर्ड को आगे बढ़ाएंगे.

अमित शाह ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार और पीएम नरेंद्र मोदी ने बिहार के विकास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है. NDA के पांचों दल पांडव की तरह एक साथ मिलकर इस चुनाव के मैदान में उतरे हैं, जबकि दूसरी ओर महाठगबंधन में इतनी लड़ाई है कि वे हमारे खिलाफ चुनाव लड़ने की जगह अंदर-अंदर ही एक-दूसरे के खिलाफ लड़ रहे हैं.

शाह के पीएम मोदी के कार्यों का किया जिक्र

उन्होंने NDA सरकार में कराए गए कार्यों की चर्चा करते हुए कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने मिथिला के सम्मान के लिए बहुत सारे काम किए हैं. भाजपा सरकार ने मैथिली भाषा को 8वीं अनुसूची में डाला, मैथिली भाषा में संविधान का अनुवाद कराया और मधुबनी पेंटिंग को जीआई टैग दिया. यही नहीं, शाश्वत मिथिला महोत्सव गुजरात में शुरू किया.

कांग्रेस की यात्रा पर गृह मंत्री का तंज

उन्होंने लोक गायिका शारदा सिन्हा को याद करते हुए कहा कि स्वर्गीय शारदा सिन्हा को पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया और मखाना बोर्ड की स्थापना भी मोदी सरकार ने की है. केंद्रीय गृह मंत्री ने घुसपैठियों की चर्चा करते हुए कहा कि कुछ दिन पूर्व राहुल गांधी बिहार आए थे, उन्होंने एक यात्रा निकाली थी, जो घुसपैठिया बचाव यात्रा थी.

उन्होंने लोगों से सवाल करते हुए कहा कि आप लोग ही बताइए कि क्या बिहार की मतदाता सूची में घुसपैठिए होने चाहिए? उन्होंने जोर देते हुए कहा कि भाजपा और NDA का स्पष्ट मत है कि बिहार की मतदाता सूची से चुन-चुनकर घुसपैठियों को निकालना चाहिए.

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AZMI DESK

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