देश

नेपाल-चीन से सटी सीमाओं और मध्य क्षेत्र की सुरक्षा स्थिति की सेना प्रमुख ने की समीक्षा, सैनिकों से की मुलाकात


भारतीय सेना के प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने रविवार (19 अक्टूबर, 2025) को नेपाल और चीन से लगती सीमाओं सहित मध्य क्षेत्र में भारत की सैन्य तैयारियों की व्यापक समीक्षा की. इस संबंध में अधिकारियों ने कहा कि जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने रविवार (19 अक्टूबर, 2025) को संपन्न हुए क्षेत्र के अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान पिथौरागढ़ और आसपास के इलाकों में कई ऊंचाई वाली अग्रिम चौकियों का दौरा किया.

एक आधिकारिक बयान के अनुसार, चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने परिचालन स्थिति का आकलन करने, सैनिकों को प्रेरित करने और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्र में नागरिक-सैन्य संबंधों को मजबूत करने के लिए मध्य क्षेत्र में अग्रिम चौकियों का दौरा किया.

सेना प्रमुख ने क्षमता वृद्धि कार्यक्रमों की समीक्षा की

भारतीय सेना ने कहा कि जनरल द्विवेदी ने जारी क्षमता वृद्धि कार्यक्रमों की समीक्षा की, जिनमें उन्नत निगरानी प्रणालियों, विशेषज्ञ गतिशील प्लेटफार्म, अगली पीढ़ी की प्रौद्योगिकियों के एकीकरण, टोही परिसंपत्तियों के अनुकूलन और संबद्ध सुरक्षा एजेंसियों के साथ समन्वय शामिल है. सेना ने बिना अधिक विस्तार से बताए कहा कि सेना प्रमुख ने चुनौतीपूर्ण इलाकों में पेशेवर दृष्टिकोण, अनुशासन और नए उपकरणों के अभिनव उपयोग की सराहना की.

भारतीय सेना किसी भी चुनौती के लिए पूरी तरह से तैयार

सेना के अनुसार, सेना प्रमुख जनरल द्विवेदी ने सैनिकों के साथ बातचीत में चरम जलवायु परिस्थितियों और उबड़-खाबड़ इलाकों में उनके साहस और कर्तव्य के प्रति अडिग समर्पण की प्रशंसा की. उन्होंने उभरती सुरक्षा चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए भारतीय सेना की पूर्ण तैयारी की फिर से पुष्टि की.

सेना प्रमुख ने कुमाऊं रेजिमेंट की गौरवशाली विरासत का किया उल्लेख

जनरल द्विवेदी ने भूतपूर्व सैनिकों और स्थानीय समुदायों से भी मुलाकात की. उन्होंने कुमाऊं क्षेत्र के सामरिक महत्व पर जोर देते हुए स्थानीय समुदायों की सराहना की और कुमाऊं रेजिमेंट की गौरवशाली विरासत का उल्लेख किया.

यह भी पढे़ंः ‘कांग्रेस ने व्यवस्था में पैदा की सड़न’, बैंकों के अधिग्रहण मुद्दे पर जयराम रमेश की टिप्पणी हमलावर हुई भाजपा

AZMI DESK

Related Articles

Back to top button
WhatsApp Join Group!