‘महिलाओं के पूरे कपड़े जले थे, शरीर से निकल रहा था खून’, जैसलमेर अग्निकांड के चश्मदीद ने बताया मंजर

राजस्थान के जैसलमेर जिले में एक प्राईवेट बस में मंगलवार (14 अक्टूबर) की दोपहर अचानक आग लगने से दर्दनाक हादसा हो गया. इस घटना में 20 लोगों की मौत की आंशका जताई जा रही है. हादसे को लेकर मौके पर मौजूद चश्मदीद लोगों ने पूरा मंजर बयां किया है.
एक चश्मदीद जितेंद्र स्वामी ने बताया कि हम यहां से जा रहे थे हमने धुंआ उठते देखा तो नजदीक आए और हमने देखा कि काफी लोग बुरी तरह से जख्मी थे. उनकी चमड़ी जली हुई थी. जगह-जगह से खून निकल रहा था.
लोगों से मांगकर महिलाओं पर डाले कपड़े
उन्होंने बताया कि महिलाओं की इतनी बुरी हालत थी कि उनके पूरे कपड़े जले हुए थे. लोगों से कपड़े मांगकर महिलाओं पर डाले. कुछ देर बाद एंबुलेंस आई और महिला समेत अन्य घायलों एंबुलेंस में डालकर अस्पताल पहुंचाया.
15 लोग सड़क पर बदहवास हालत में इधर उधर पड़े हुए थे. थे कोई पेड़ के नीचे बेसुध पड़ा था कोई सड़क पर पड़ा था. वो मंजर बड़ा ही दर्दनाक था. हमने घायलों को संभाला और उन्हें हौसला दिया. जैसे ही एंबुलेंस आई उसके जरिए उन्हें अस्पताल पहुंचाया.
राज्यपाल-मुख्यमंत्री ने जताया शोक
वहीं इस हादसे को लेकर राज्यपाल हरिभाऊ बागडे और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हादसे पर शोक जताया है. शर्मा ने घटना को हृदयविदारक बताते हुए कहा कि घायलों के समुचित उपचार एवं प्रभावितों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं.
पुलिस के अनुसार, बस जैसलमेर से जोधपुर जा रही थी तभी अपराह्न करीब तीन बजे थईयात गांव के पास उसके पिछले हिस्से से अचानक धुआं निकलने लगा और चालक ने बस को सड़क किनारे रोका. हालांकि कुछ ही पलों में आग ने पूरी बस को अपनी चपेट में ले लिया. स्थानीय निवासी और राहगीर मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य में मदद की.
दमकल और पुलिस को सूचित किया गया और घायल यात्रियों को इलाज के लिए जैसलमेर के जवाहर अस्पताल ले जाया गया. आग लगने का कारण अभी पता नहीं चल पाया है. जैसलमेर के जिला कलेक्टर प्रताप सिंह ने इस घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त की है और संबंधित अधिकारियों को तत्काल राहत एवं चिकित्सा व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं.