बिहार के नालंदा में महिला की गोली मारकर हत्या, पुलिस जांच में जुटी, पढ़ें पूरा मामला

नालंदा जिले के चंडी थाना क्षेत्र में रविवार (11 अक्टूबर) सुबह एक महिला की गोली मारकर हत्या कर दी गई. शव को कोयल बिगहा से पहाड़पुर जाने वाले रास्ते पर लगभग तीन किलोमीटर दूर बरामद किया गया. मृतका की पहचान सरिता देवी (55) के रूप में हुई, जो गंगा बिगहा निवासी रामप्रवेश यादव की पत्नी थीं. घटना की जानकारी मिलने के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई.
परिवार के अनुसार, मृतका की बेटी की सहायता से जुड़े कार्यक्रम की सीएम रेखा देवी ने शनिवार दोपहर को किसी काम के बहाने सरिता देवी को घर से बुलाया था. इसके बाद देर रात तक वे घर नहीं लौटीं. परिजनों ने रातभर खोजबीन की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला. रविवार सुबह सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई.
हत्या के कारणों का पता कर रही पुलिस
एएसपी कुमारी शैलजा ने बताया कि पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए नालंदा सदर अस्पताल भेज दिया है. हत्या के कारणों की जांच के लिए सभी पहलुओं पर गौर किया जा रहा है. प्रारंभिक जांच में सामने आया कि मृतका और जीविका से जुड़ी सीएम के बीच कुछ आर्थिक लेन-देन को लेकर विवाद हुआ था. परिवार का आरोप है कि यही विवाद हत्या का कारण बन सकता है.
आरोपियों की पहचान कर जल्द किया जाएगा गिरफ्तार
पुलिस ने FSL टीम को भी मौके पर बुलाकर साक्ष्य एकत्रित किए. ASP ने बताया कि आरोपियों की जल्द पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करने के लिए टीम सक्रिय है. घटनास्थल का मुआयना और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. परिवार और स्थानीय लोगों का कहना है कि सरिता देवी की हत्या ने इलाके में डर और चिंता का माहौल बना दिया है. मृतका के पुत्र विपिन कुमार ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनके परिवार के साथ अन्याय हुआ है और जिम्मेदारों को सजा मिलनी चाहिए.
हर पहलुओं की जांच में जुटी पुलिस
पुलिस का कहना है कि मामले की गहन जांच की जा रही है और जल्द ही हत्या की साजिश और आरोपी सामने आएंगे. सभी संभावित पहलुओं जैसे कि आर्थिक विवाद, परिवारिक झगड़े और किसी और की संलिप्तता, पर ध्यान दिया जा रहा है. इस घटना ने नालंदा जिले में सुरक्षा की स्थिति पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं. पुलिस और प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और जांच में सहयोग करें. साथ ही, आरोपी की जल्द गिरफ्तारी और मामले की निष्पक्ष जांच के लिए सभी अधिकारियों को सक्रिय रहने के निर्देश दिए गए हैं.