
आज़मगढ़। जनपद के देवगांव थाना क्षेत्र से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक युवक ने अपनी प्रेमिका के परिजनों को झूठे मुकदमे में फंसाने के लिए खुद को गोली मारकर फर्जी हमले की कहानी रच डाली। लेकिन पुलिस की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई से यह चालाकी ज्यादा देर नहीं चली — मामला खुल गया और तीन आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए।
देवगांव पुलिस ने मोहम्मद शफीक शेख, मोहम्मद कैफ, और संदीप यादव को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके पास से .32 बोर पिस्टल, एक जिंदा कारतूस, और एक खोखा कारतूस भी बरामद किया।
08 अक्टूबर को मोहम्मद कैफ ने थाना देवगांव में शिकायत दर्ज कराई थी कि दो अज्ञात बाइक सवारों ने उसके चचेरे भाई मोहम्मद शफीक पर फायरिंग की, जिससे वह घायल हो गया।
शफीक को स्थानीय अस्पताल से बीएचयू ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
जांच के दौरान घटनास्थल से एक संदिग्ध कैश मेमो मिला, जिस पर असलहे के निशान थे। इसी से पुलिस को शक हुआ। जब पुलिस ने गहराई से पूछताछ की, तो सारा सच सामने आ गया।
शफीक ने स्वीकार किया कि उसने अपनी प्रेमिका के परिजनों को फंसाने की साजिश के तहत खुद को गोली मारी, ताकि मामला हमला लग सके। कैश मेमो का इस्तेमाल यह दिखाने के लिए किया गया था कि गोली कुछ दूरी से चलाई गई।
पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार के निर्देशन में अपर पुलिस अधीक्षक मधुवन कुमार सिंह और क्षेत्राधिकारी लालगंज भूपेश कुमार पांडेय के मार्गदर्शन में देवगांव पुलिस ने 10 अक्टूबर की सुबह 08:55 बजे टिकरी गांव से तीनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया।
सभी के खिलाफ आर्म्स एक्ट और बीएनएस की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि यह मामला उनकी सतर्कता और वैज्ञानिक जांच पद्धति का उदाहरण है, जिससे एक सुनियोजित फर्जी साजिश का पर्दाफाश हुआ।
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प्रेमिका के परिजनों को फंसाने के लिए युवक ने खुद को मारी गोली
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दोस्तों के साथ मिलकर रची फर्जी हमले की साजिश
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पुलिस ने 3 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया
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.32 बोर पिस्टल, जिंदा और खोखा कारतूस बरामद
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पुलिस जांच में सच्चाई आई सामने