बिहार में करारी हार के बाद महाराष्ट्र में बड़ा फैसला लेने की तैयारी में कांग्रेस, दिए ये संकेत

बिहार विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद अब कांग्रेस महाराष्ट्र में बड़ा फैसला ले सकती है. दरअसल, महाविकास आघाड़ी (एमवीए) के भीतर संभावित तनाव के संकेत देते हुए, कांग्रेस नेता वर्षा गायकवाड़ ने शनिवार (15 नवबंर) को कहा कि पार्टी बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के आगामी चुनाव स्वतंत्र रूप से लड़ने की तैयारी कर रही है.
‘227 सीटों पर करनी होगी तैयारी’
कांग्रेस की मुंबई इकाई की अध्यक्ष गायकवाड़ ने पार्टी की एक बैठक को संबोधित करते हुए कार्यकर्ताओं से ‘बीएमसी में कांग्रेस का झंडा फहराने’ का संकल्प लेने का आह्वान किया. उन्होंने कहा, ‘हमें कांग्रेस पार्षदों का निर्वाचन सुनिश्चित करना होगा. सभी 227 सीट के लिए तैयारी करनी होगी.’
देश के सबसे अमीर नगर निकाय, बीएमसी के चुनाव जनवरी 2026 में होने की संभावना है. वर्षा गायकवाड़ ने यह बयान कांग्रेस महासचिव रमेश चेन्निथला और कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल सहित वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में दिया.
कांग्रेस का अकेले चुनाव लड़ने का फैसला ऐसे समय में आया है, जब शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और उनके चचेरे भाई महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के नेता राज ठाकरे के नगर निकाय चुनावों के लिए हाथ मिलाने की संभावना है.
राज ठाकरे- उद्धव ठाकरे के गठबंधन से नाराज एक वर्ग
उत्तर भारतीय प्रवासियों के खिलाफ राज ठाकरे के आक्रामक रुख को देखते हुए, कांग्रेस का एक वर्ग उनके साथ गठबंधन के खिलाफ है. गायकवाड़ ने कहा कि इससे पहले, जब पत्रकारों ने चेन्निथला से पूछा था कि क्या पार्टी बीएमसी चुनाव अकेले लड़ेगी, तो उन्होंने (चेन्निथला ने) कहा था कि ऐसे फैसले स्थानीय इकाइयों पर छोड़ दिए गए हैं.
उन्होंने कहा, “हमने उन्हें (चेन्निथला को) बता दिया है कि कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता समान विचारधारा वाले दलों और समूहों के साथ अकेले चुनाव लड़ना चाहते हैं.” उन्होंने कहा कि पदाधिकारियों को संगठनात्मक तैयारियों के बारे में जानकारी दे दी गई है.
‘जमीनी स्तर पर करें काम’
लोकसभा सदस्य ने पार्टी कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि वे अगले दो महीने तक जमीनी स्तर पर काम करें और मतदाता सूची के प्रति सतर्क रहें. कांग्रेस ने 2019 में अपनी चिर प्रतिद्वंद्वी शिवसेना और एनसीपी के साथ मिलकर एमवीए बनाया था.



