बिहार चुनाव के नतीजों पर उद्धव ठाकरे गुट की पहली प्रतिक्रिया, ‘पूरा का पूरा…’

बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों के रुझानों के बीच शिवसेना (यूबीटी) की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. पार्टी के सांसद संजय राउत ने कहा कि यह कोई चौंकाने वाला बिहार विधानसभा चुनाव परिणाम नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग और बीजेपी की मिलीभगत में जो राष्ट्रीय स्तर पर काम चल रहा था, उसे देखते हुए इससे अलग नतीजा आना संभव ही नहीं था. उन्होंने कहा कि बिहार का नतीजा पूरा का पूरा महाराष्ट्र पैटर्न है. उन्होंने कहा कि जिस महागठबंधन के सत्ता में आने की पूरी उम्मीद थी, उसे 50 सीटों के अंदर ही रोक दिया गया.
बीजेपी-जेडीयू खेमे में जश्न शुरू
बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव के रुझानों में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी ) और जनता दल (यूनाइटेड) के गठबंधन के निर्णायक बढ़त बनाने के बाद दोनों दलों के कार्यालयों में जश्न शुरू हो गया. बीजेपी और जेडीयू के कार्यकर्ता ढोल-नगाड़ों की थाप पर नाचकर, मिठाइयां बांटकर और पटाखे फोड़कर जीत की खुशी मना रहे हैं. रुझानों के अनुसार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (जेडीयू) भारी बहुमत की ओर बढ़ता दिख रहा है.
नीतीश कुमार को ‘टाइगर’ बताया गया
राज्य में चुनावी तस्वीर धीरे-धीरे स्पष्ट होती जा रही है. अब तक मिले आंकड़ों में जद (यू) को निर्णायक बढ़त मिलती दिख रही है. ऐसे में मुख्यमंत्री आवास में भी गतिविधियां तेज हो गई हैं. जेडीयू कार्यालय में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बड़े पोस्टर लगाए गए हैं, जिनमें उन्हें ‘टाइगर’ बताया गया है.
क्या बोले नित्यानंद राय?
पटना की सड़कों पर भी ‘बिहार का मतलब नीतीश कुमार’ लिखे पोस्टर नजर आ रहे हैं. केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता नित्यानंद राय ने शुरुआती रुझानों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों की जीत बताया. उन्होंने कहा, “यह सबका साथ, सबका विश्वास की जीत है. बिहार की जनता ने जंगलराज को लौटने से रोक दिया है.”
160 से कम सीटें नहीं आएंगी- मांझी
केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने भी रुझानों को अपेक्षित करार देते हुए कहा, “हमने पहले ही कहा था कि जेडीयू प्रचंड बहुमत से सरकार बनाएगा. नीतीश कुमार ही हमारे मुख्यमंत्री होंगे. किसी भी स्थिति में हम 160 सीट से नीचे नहीं जाएंगे.”
मतगणना पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, “एक तरफ लालू यादव, राहुल गांधी और तेजस्वी यादव का नेतृत्व है, जो जेल-बेल, भ्रष्टाचार और जंगलराज के प्रतीक हैं. बिहार की जनता ने अमन-चैन और शांति के लिए वोट किया है. प्रधानमंत्री मोदी और नीतीश कुमार के नेतृत्व में विकास की उम्मीद से जनता ने अपना समर्थन दिया है. बुजुर्गों ने इनके काम को देखा है और यह जीत उसी का परिणाम है.



