टेरर मॉड्यूल: डॉक्टर मुजफ्फर के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस की अपील, पुलिस ने इंटरपोल से संपर्क किया

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस हफ्ते की शुरुआत में इंटरस्टेट ‘सफेदपोश’ टेरर मॉड्यूल के खुलासे के बाद काजीगुंड निवासी डॉ. मुजफ्फर के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने के लिए इंटरपोल से संपर्क किया है. अधिकारियों ने गुरुवार (13 नवंबर) को यह जानकारी दी. मुजफ्फर, डॉ. आदिल का भाई है. आदिल लाल किला विस्फोट से जुड़े मामले में गिरफ्तार किए गए आठ लोगों में शामिल था, जिनमें तीन डॉक्टर भी थे. गिरफ्तार किए गए आठ लोगों में से सात कश्मीर के हैं.
गिरफ्तार किए गए लोगों से पूछताछ के दौरान मुजफ्फर का नाम सामने आया था. उन्होंने बताया कि वह 2021 में मुजम्मिल गनई और उमर नबी के साथ तुर्किये गए डॉक्टरों की टीम का हिस्सा था. पुलिस ने तुरंत मुजफ्फर का पता लगाने की कोशिश की, लेकिन पता चला कि वह अगस्त में भारत छोड़कर दुबई चला गया था. माना जा रहा है कि वह इस समय अफगानिस्तान में है.
मुजम्मिल ने लाल किला इलाके में की थी रेकी
टेरर मॉड्यूल के संबंध में गिरफ्तार किए गए डॉ. मुजम्मिल गनई के मोबाइल फोन के डेटा के विश्लेषण से पता चला है कि उसने इस साल जनवरी में लाल किला क्षेत्र की कई बार टोह ली थी. पुलिस ने बताया कि उन्हें संदेह है कि ये रेकी 26 जनवरी को ऐतिहासिक स्मारक को निशाना बनाने की एक बड़ी साजिश का हिस्सा थीं, जो उस समय क्षेत्र में गहन गश्त के कारण विफल हो गई होगी.
तुर्किये भी गए थे डॉ. उमर और मुज़म्मिल
सूत्रों के मुताबिक जांच के दौरान खुलासा हुआ कि दो प्रमुख संदिग्ध, धमाके वाली आई20 हुंदै कार चला रहे डॉ. उमर और मुज़म्मिल तुर्किये गए थे. उन्होंने बताया कि जांचकर्ताओं को उनके पासपोर्ट में तुर्किये के इमिग्रेशन टिकट मिले हैं और वे इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या दोनों अपनी यात्रा के दौरान किसी विदेशी आका से भी मिले थे.
10 नवंबर को लाल किला के पास हुआ ब्लास्ट
बता दें कि पुलिस द्वारा जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवत-उल-हिंद से जुड़े टेरर मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने और तीन डॉक्टरों सहित आठ लोगों को गिरफ्तार करने के कुछ ही घंटों बाद सोमवार (10 नवंबर) को दिल्ली के लाल किला के पास चलती i20 कार में विस्फोट हुआ, जिसमें 13 लोग की जान चली गई, जबकि कई अन्य घायल हैं, जिनका अस्पताल इलाज जारी है.



