Delhi Blast: दिल्ली धमाके पर कांग्रेस का केंद्र पर बड़ा हमला, गृहमंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग

दिल्ली में लाल किले के पास 10 नवंबर 2025 को हुए धमाके पर अब राजनीति शुरू हो गई है. दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने लाल किले के पास हुए भीषण कार बम धमाके को केंद्र की मोदी सरकार की सुरक्षा व्यवस्था की सबसे बड़ी नाकामी बताया है.
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से तत्काल इस्तीफे की मांग की है. यादव ने इसे 26/11 मुंबई हमलों के बाद की याद दिलाते हुए कहा कि उस वक्त कांग्रेस सरकार के गृह मंत्री शिवराज पाटिल ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए 30 नवंबर 2008 को पद छोड़ दिया था.
’11 घंटे तक बेखौफ घूमती रही विस्फोटक से लदी कार’
यादव ने तीखा हमला बोलते हुए कहा, “धमाके से पहले विस्फोटकों से लदी कार पूरे 11 घंटे तक राजधानी में बेखौफ घूमती रही. यह सीधी तौर पर केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है, क्योंकि दिल्ली पुलिस सीधे गृह मंत्रालय के अधीन है.” उन्होंने बताया कि वह स्वयं कल एलएनजेपी अस्पताल पहुंचे, जहां घायलों की आंखों में अब भी दहशत साफ दिख रही थी. उन्होंने कहा, “पीएम मोदी और अमित शाह के सांत्वना वाले शब्दों से पीड़ितों के जख्म नहीं भरेंगे.”
कांग्रेस नेता ने दिखाई 12 साल में आंतकी हमले की लिस्ट
कांग्रेस नेता ने पिछले 12 साल के आतंकी हमलों का लंबा फेहरिस्त पेश करते हुए कहा कि 2015 से 2025 तक बारामूला, पहलगाम, पुलवामा, राजौरी, उरी, पठानकोट, गुरदासपुर, पंपोर, अमरनाथ यात्रा और अब दिल्ली तक – यह सिलसिला मोदी सरकार की सुरक्षा नीतियों की पोल खोलता है. “देश की रक्षा और जनता की सुरक्षा में यह सरकार पूरी तरह फेल साबित हुई है.”
दिल्ली सरकार की मुआवजे की घोषणा पर जताई आपत्ति
आगे यादव ने कहा कि दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता द्वारा मृतकों के परिजनों को 10 लाख, स्थायी विकलांगों को 5 लाख और गंभीर घायलों को 2 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा पर यादव ने कड़ी आपत्ति जताई. “यह राशि नाकाफी है. दिल्ली कांग्रेस ने 50 लाख रुपये मुआवजे की मांग की थी. भले ही कोई रकम दर्द कम न करे, लेकिन कम से कम परिवारों की आजीविका तो चल सके.”



