फिर शुरू हुई ‘दरबार मूव’ की परंपरा, फारूक अब्दुल्ला बोले- ‘जम्मू कश्मीर को बांटने की चाहत…’

जम्मू कश्मीर में ‘दरबार मूव’ परंपरा की एक बार शुरुआत होने पर जम्मू में फिर से सरकारी कार्यालयों के खुल गए हैं. वहीं इस पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने सोमवार को कहा कि जम्मू कश्मीर को बांटने की चाहत रखने वाले नाकाम रहे हैं.
फारूक अब्दुल्ला ने यहां कार्यालयों के फिर से खुलने के अवसर पर पत्रकारों से कहा कि केंद्र शासित प्रदेश एकजुट है और इसे सामूहिक रूप से विकास की ओर बढ़ना चाहिए. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर को अलग करने की चाहत रखने वाले आज विफल हो गए हैं. अब्दुल्ला ने ये भी कहा कि केंद्र शासित प्रदेश के सभी हिस्से एक हैं.
BJP पर साधा निशाना
वहीं बीजेपी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने वालों को ‘राजनीति छोड़ देनी चाहिए’ और इसके बजाय लोगों के कल्याण एवं केंद्र शासित प्रदेश के विकास पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए. अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू भी प्रगति करेगा और उम्मीद जताई कि सचिवालय के आने से उसे अधिक से अधिक लाभ मिलेगा.
‘हमें जम्मू कश्मीर को विकास की ओर ले जाना होगा’
उन्होंने कहा, “इस (पूर्ववर्ती) राज्य को फिर से उठ खड़ा होना होगा. यह युद्धों सहित कई विनाशों से उबर चुका है और हमें मिलकर इसका पुनर्निर्माण करना होगा और इसे विकास की ओर ले जाना होगा.” अब्दुल्ला ने इस कदम का स्वागत करने के लिए ‘चैंबर ऑफ कॉमर्स’ और लोगों को बधाई दी. उन्होंने कहा कि मैं जम्मू के हर उस शख्स का आभार व्यक्त करता हूं जिसने इस कदम का समर्थन किया.
‘ये जम्मू कश्मीर के लोगों के बीच एकता को दर्शाता है’
महाराजा हरि सिंह द्वारा शुरू की गई ‘दरबार मूव’ की परंपरा को एक बड़ा कदम बताते हुए फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि यह कदम जम्मू कश्मीर के लोगों के बीच एकता को दर्शाता है. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “इसका मतलब है कि जम्मू-कश्मीर के लोग खुद को एक मानते हैं, चाहे उनकी भाषा या धर्म कुछ भी हो, वे एक ही धरती के हैं.”



