राज्य

गोरखपुर: युवक की पिटाई से मौत पर परिजनों-ग्रामीणों ने हाईवे जाम किया, मुआवजा, नौकरी और सख्त कार्रवाई की मांग


उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में युवक की पिटाई से मौत‍ के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी और सख्‍त कार्रवाई की मांग को लेकर परिजनों और ग्रामीणों ने गोरखपुर-लखनऊ-वाराणसी राष्‍ट्रीय राजमार्ग को जोड़ने वाले तिराहा पर शव को रखकर हाइवे को तीन घंटे तक जाम कर दिया. मौके पर पहुंचे पुलिस के आलाधिकारियों ने मान-मनौव्‍वल के बाद लाश को पोस्‍टमार्टम के लिए भेजने के दौरान परिजन और ग्रामीण पुलिसवालों से उलझ गए और लाश को पिकअप से जबरन उतार कर फिर से धरने पर बैठ गए.

मुआवजा और परिवार के एक सदस्‍य को नौकरी के साथ आरोपियों की गिरफ्तारी और सख्‍त कार्रवाई के आश्‍वासन के बाद जाम खत्‍म हुआ. इस दौरान तीन घंटे तक हंगामे की स्थिति बनी रही.

क्या है पूरा मामला ?

गोरखपुर के गीडा थानाक्षेत्र के नौसड़ के जवाहर चक के रहने वाले हनुमान चौधरी (35 वर्ष) की गांव के ही दबंगों ने पुरानी रंजिश में दुर्गापूजा के दिन बुरी तरह से पिटाई कर दी थी. बीती रात उसकी लखनऊ में इलाज के दौरान मौत हो गई. परिजन शव लेकर सुबह 8 बजे गोरखपुर के गीडा थानाक्षेत्र के नौसड़ तिराहा पर पहुंचे. इस दौरान आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ परिवार को मुआवजा और नौकरी की मांग को लेकर सैकड़ों की संख्‍या में मौजूद ग्रामीणों के साथ शव रखकर चक्‍काजाम कर दिया. इसके बाद कई थानों की पुलिस और पीएसी के जवान मौके पर पहुंच गए. मौके पर पहुंचे एसपी नार्थ जितेन्‍द्र कुमार श्रीवास्‍तव ने मौके पर पहुंचकर परिजनों से वार्ता कर उन्‍हें समझाने का प्रयास किया.

मुआवजा और नौकरी की मांग

इसके बाद परिजनों की ओर से तहरीर और मांगपत्र भरवाने के बाद पुलिस लाश को पिक‍अप से पोस्‍टमार्टम के लिए भेजने लगी. इसी बीच ग्रामीण पोस्‍टमार्टम नहीं कराने की मांग को लेकर अड़ गए. परिजनों और ग्रामीणों ने लाश को पिकअप से उतार लिया और फिर धरने पर बैठ गए. उनकी मांग है कि आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद उन्‍हें सख्‍त सजा मिले. इसके साथ ही परिवार को 50 लाख रुपए मुआवजा और परिवार के एक सदस्‍य को नौकरी दी जाए. परिजनों ने सुरक्षा की मांग भी की है.

लखनऊ हाइवे पर लगा जाम

इस दौरान सुबह 8 बजे से 11 बजे तक नौसड़ तिराहा से गोरखपुर-वाराणसी एनएच 29 फोरलेन और गोरखपुर-लखनऊ एनएच 28 पर लंबा जाम लग गए. अधिकारियों ने पुनः परिजनों और ग्रामीणों को समझाने के बाद लाश को कार से पोस्‍टमार्टम के लिए भेजा. इसके बाद आवागमन को पुनः शुरू कराया जा सका. इस दौरान परिजनों के साथ ग्रामीणों के भी सड़क पर चक्‍काजाम की वजह से हंगामे की स्थिति रही. लाश को पोस्‍टमार्टम के लिए भेजने के बाद पुलिस के आलाधिकारियों ने राहत की सांस ली.

एसपी नार्थ जितेन्‍द्र कुमार श्रीवास्‍तव ने बताया कि परिजनों ने छह सूत्रीय मांगपत्र दिया है. इसमें आरोपियों को आजीवन कारावास, परिवारवालों को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता, दोषी पुलिसकर्मियों पर लापरवाही के लिए कार्रवाई, परिवार को सुरक्षा के साथ इलाज में खर्च हुए पैसे और मृतक के बेटे पंकज को सरकारी नौकरी देने की मांग की गई है. उन्‍होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्‍त से सख्‍त कार्रवाई की जाएगी.

AZMI DESK

Related Articles

Back to top button
WhatsApp Join Group!