दीपों की रोशनी से जगमग होगी AMU, सांस्कृतिक कार्यक्रमों से सजेगा मंच, 19 को मनेगा दीपोत्सव

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में इस वर्ष दीपावली का त्योहार एक नई शुरुआत लेकर आ रहा है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों को पहली बार परिसर के भीतर दीपावली मनाने की अनुमति दे दी है. यह आयोजन 19 अक्टूबर की शाम को विश्वविद्यालय के एनआरएससी (NRSC) क्लब में होगा. इस निर्णय से छात्रों में उत्साह देखने को मिल रहा है. यह अवसर न केवल सांस्कृतिक एकता का प्रतीक बनेगा, बल्कि यह विश्वविद्यालय परिसर में पारस्परिक सद्भाव और विविधता के सम्मान का भी संदेश देगा.
प्रॉक्टर वसीम अली ने बताया कि छात्र अखिल कुमार कौशल द्वारा विश्वविद्यालय में दीपोत्सव मनाने की अनुमति मांगी गई थी. उनके द्वारा प्रस्तुत किए गए पत्र और प्रस्ताव पर विचार के बाद प्रशासन ने आयोजन को हरी झंडी दे दी है. उन्होंने कहा कि 19 अक्टूबर की शाम को जो भी छात्र दीपावली मनाना चाहते हैं, वे स्वेच्छा से एनआरएससी क्लब में शामिल होकर उत्सव का हिस्सा बन सकते हैं. यह आयोजन पूर्णतः स्वैच्छिक और सांस्कृतिक वातावरण में संपन्न होगा.
अखिल कौशल की पहल बनी प्रेरणा
एएमयू जैसे बहु-सांस्कृतिक विश्वविद्यालय में यह आयोजन कई मायनों में ऐतिहासिक है. इसकी शुरुआत तब हुई जब अखिल कुमार कौशल ने विश्वविद्यालय प्रशासन को पत्र लिखकर दीपोत्सव मनाने की अनुमति मांगी. उन्होंने अपने पत्र में कहा था कि दीपावली भारत की संस्कृति, सद्भाव और प्रकाश के संदेश का प्रतीक है. इस त्योहार का उद्देश्य अंधकार पर प्रकाश और बुराई पर अच्छाई की विजय का संदेश देना है.
उन्होंने आग्रह किया था कि विश्वविद्यालय परिसर में भी छात्र इस त्योहार को एकता और भाईचारे के प्रतीक के रूप में मना सकें. अखिल की इस पहल को छात्रों से व्यापक समर्थन मिला. कई छात्र संगठनों और व्यक्तिगत स्तर पर छात्रों ने इसे एक सकारात्मक कदम बताते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन से मंजूरी की अपील की थी. प्रशासन की स्वीकृति के बाद अब परिसर में तैयारियों का दौर शुरू हो गया है.
कार्यक्रम की रूपरेखा तय, सांस्कृतिक कार्यक्रमों से सजेगा मंच
19 अक्टूबर को होने वाले दीपोत्सव कार्यक्रम में पारंपरिक दीप जलाने से शुरुआत की जाएगी. छात्र मिलकर परिसर को दीपों से सजाएंगे और “प्रकाश पर्व” के रूप में इस दिन को मनाएंगे. कार्यक्रम में भक्ति गीत, सांस्कृतिक नृत्य, कविताएं और पारंपरिक संगीत प्रस्तुत किए जाएंगे. कुछ विभागों के छात्र रंगोली और दीया सजावट की प्रतियोगिता भी आयोजित करने की तैयारी में हैं.
आयोजन में विश्वविद्यालय के विभिन्न संकायों से जुड़े छात्र-छात्राएं भाग लेंगे. आयोजन समिति ने बताया कि यह कार्यक्रम पूर्णतः गैर-राजनीतिक और सांस्कृतिक होगा, जिसका उद्देश्य सभी समुदायों के छात्रों को एक साथ लाकर भारतीय परंपरा की विविधता को प्रदर्शित करना है.
छात्रों में उत्साह, कहा-यह सौहार्द का प्रतीक
अनुमति मिलने के बाद छात्रों में खासा उत्साह देखा जा रहा है. एएमयू के छात्र अंकित शर्मा ने कहा, “यह सिर्फ दीपावली नहीं, बल्कि विश्वविद्यालय में एक नई सोच की शुरुआत है. यहां हमेशा ईद, मुहर्रम और अन्य त्योहार मनाए जाते हैं, अब दीपावली भी उसी भाईचारे के साथ मनाई जाएगी.”
इसी तरह, छात्र ने कहा, “हम सब भारत की साझा संस्कृति के हिस्से हैं. दीपावली का आयोजन दिखाता है कि एएमयू केवल शिक्षा का केंद्र नहीं, बल्कि सामाजिक एकता और समरसता की मिसाल भी है.”
प्रशासन का रुख- हर धर्म के त्योहारों का सम्मान
प्रॉक्टर प्रो. वसीम अली ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन हमेशा से सभी धर्मों और संस्कृतियों के प्रति समान दृष्टिकोण रखता है. उन्होंने बताया कि “एएमयू एक ऐसा संस्थान है जहां हर धर्म, भाषा और संस्कृति के छात्र पढ़ते हैं. दीपावली मनाने की अनुमति इस बात का प्रमाण है कि विश्वविद्यालय समावेशी मूल्यों पर चलता है.”
उन्होंने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय के भीतर किसी भी आयोजन को शांतिपूर्ण और मर्यादित तरीके से मनाया जाना चाहिए. सुरक्षा और अनुशासन के मद्देनजर कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय की प्रॉक्टोरियल टीम की निगरानी भी रहेगी.