वाराणसी में केस से नाम हटाने के एवज में महिला थाना प्रभारी ने मांगी रिश्वत, एंटी करप्शन टीम ने पकड़ा

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जीरो टॉलरेंस नीति और भ्रष्टाचार मुक्त शासन का दावा किया जा रहा है लेकिन वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत एक ऐसा चौंकाने वाला मामला सामने आया है जिसने पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार को लेकर एक गंभीर सवाल खड़ा कर दिया है. दरअसल वाराणसी के ही महिला थाने पर तैनात एक महिला थाना प्रभारी को 10 हजार रुपये घूस लेते हुए गिरफ्तार किया गया है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, वाराणसी के महिला थाना अंतर्गत सुमित्रा देवी नामक महिला थाना प्रभारी द्वारा 10 हजार रुपये घूस मांगा गया. जानकारी के मुताबिक, दहेज मामले में आरोपी का नाम हटाने के लिए महिला द्वारा पैसा मांगा जा रहा था और एंटी करप्शन टीम द्वारा रंगे हाथ महिला थाना प्रभारी को 10 हजार घूस लेते हुए गिरफ्तार कर लिया गया. निश्चित ही यह घटना पुलिस प्रशासन के अंदर भ्रष्टाचार और पुलिसकर्मियों द्वारा अपने कर्तव्य के प्रति गैरजिम्मेदाराना रवैया को दर्शा रहा है.
वाराणसी कैंट थाना अंतर्गत विधिक कार्रवाई
इससे पहले भी वाराणसी में बिजली विभाग की तरफ़ से घूस लेने का मामला सामने आया था. अब वाराणसी के महिला थाने में तैनात थाना प्रभारी सुमित्रा देवी द्वारा 10 हजार घूस लेने का विषय सोशल मीडिया से लेकर आम जन के बीच चर्चा में है. वहीं आरोपी को कैंट थाने ले जाकर विधिक कार्रवाई की जा रही है.
रिश्वत लेते पकड़ा गया जेई
आपको बता दें कि, रिश्वत लेने का वाराणसी में यह कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी एंटी करप्शन टीम ने कार्रवाई करते हुए बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर को रिश्वत लेते रंगे हाथ धर दबोचा था. यह मामला 25 सितंबर 2025 का है, जहां एंटी करप्शन टीम ने जेई को 30 हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था.
दरअसल, यह मामला निजी नलकूप कनेक्शन से जुड़ा था. वाराणसी के बड़ागांव के रहने वाले चंद्रभान सिंह ने निजी नलकूप कनेक्शन पर रिपोर्ट लगाने के लिए सत्येंद्र कुमार ने 30,000 रुपए रिश्वत की मांग की थी, फरियादी ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन को की थी.