चुनाव 2025: महुआ सीट में ऐसी क्या बात जिसके लिए उपेंद्र कुशवाहा और चिराग पासवान में ठनी थी? समझिए

केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान और उपेंद्र कुशवाहा के बीच महुआ विधानसभा सीट को लेकर विवाद सुलझ गया है. सूत्रों की मानें तो यह सीट चिराग पासवान के पास ही रहेगी. कुशवाहा कुछ शर्तों के साथ तैयार हो गए हैं. सबसे बड़ी बात है कि आखिर इस सीट में ऐसी क्या बात थी जिसके लिए दोनों नेताओं के बीच ठन गई थी? समझिए.
इस सीट से आरजेडी के मुकेश रोशन विधायक हैं. इस बार (2025) भी वही लड़ेंगे. आरजेडी ने उन्हें सिंबल दे दिया है. तेज प्रताप यादव भी अपनी पार्टी के सिंबल से इसी सीट से चुनाव लड़ेंगे. बता दें कि तेज प्रताप इस सीट से विधायक रह चुके हैं. यह सीट किस पार्टी के लिए मजबूत है अब इसे समझिए और जानिए क्यों उपेंद्र कुशवाहा को इसकी चाहत थी.
महुआ सीट का जातीय समीकरण देखें
इस सीट पर 16.5 प्रतिशत के करीब यादव वोटर हैं तो 15% के करीब मुस्लिम वोटर हैं. दोनों मिलाकर माना जाए तो करीब 32 फीसद का आंकड़ा है. इसके अलावा तीसरे नंबर पर यहां पासवान जाति की संख्या है. चौथे नंबर पर रविदास जाति के वोटर हैं. पांचवें नंबर पर यहां कुशवाहा वोटर हैं. इसके बाद अन्य जातियां भी हैं. यहां सवर्ण जाति की संख्या कम है.
एम-वाई समीकरण के हिसाब से आरजेडी ने यहां मुकेश रोशन को टिकट दिया है, लेकिन तीसरे नंबर पर यहां पासवान की संख्या है ऐसे में अन्य जातियों का वोट जोड़ा जाए तो यह सीट एनडीए भी निकाल सकती है. चर्चा थी कि इस सीट पर उपेंद्र कुशवाहा अपने बेटे या बहू को लड़ाना चाहते थे. उपेंद्र कुशवाहा का घर इस सीट के पास ही जंदाहा में है. उपेंद्र कुशवाहा की सोच ये रही होगी कि कुशवाहा के अलावा पासवान और अन्य जातियों का वोट मिल जाएगा तो यह सीट निकल जाएगी. साथ ही स्थानीय होने का भी उन्हें फायदा मिल सकता है. यानी उनके लिए यह सीट जीतने वाली थी.
एक वरिष्ठ पत्रकार ने बताया कि यहां एम-वाई समीकरण को छोड़ दिया जाए तो अन्य जातियों का वोट एनडीए को मिल सकता है. तेज प्रताप यादव जब 2015 में विधायक बने तो उन्होंने यहां मेडिकल कॉलेज बनवाने की घोषणा की थी. सरकार में रहकर यहां मेडिकल कॉलेज बनवाया. मुकेश रोशन विधायक जरूर हैं, लेकिन वह हवा-हवाई विधायक हैं. क्षेत्र में बहुत कम रहते हैं. तेज प्रताप यादव क्षेत्र में बने रहे हैं. उन्होंने घोषणा भी की है कि वे अगर इस बार जीते तो इंजीनियरिंग कॉलेज बनवाएंगे. महुआ को जिला बनाने की भी उन्होंने घोषणा की है. तेजप्रताप की यादव, मुस्लिम के अलावा अन्य जातियों पर भी अच्छी पकड़ है. ऐसे में इस सीट पर मुकाबला दिलचस्प होने वाला है.
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