महागठबंधन पर मुकेश सहनी ने क्लियर किया स्टैंड, ‘जिस गठबंधन में हम हैं…’

बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन में अभी तक सीट शेयरिंग का फॉर्मूला फाइनल रूप से तय नहीं हो सका है. इस बीच विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के प्रमुख मुकेश सहनी ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत की. उन्होंने कहा कि कुछ ऐसी सीटें हैं, जहां हमलोगों की आपसी सहमति बन गई है, वहां पर उम्मीदवार नॉमिनेशन कर रहे हैं. कुछ सीटें ऐसी हैं, जहां सहमति अभी नहीं बनी है. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि जिस गठबंधन में हम हैं, उसमें मजबूती से हैं. गठबंधन से बाहर किसी को नहीं जाना है और सीट शेयरिंग के मसले को जल्द ही सुलझा लिया जाएगा. नंबर मायने नहीं रखता है.
आपने कहा था कि महागठबंधन बीमार है, क्या हुआ था? इस पर विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के प्रमुख मुकेश सहनी ने कहा, ”मैंने कहा था कि गठबंधन थोड़ा अस्वस्थ है. सभी नेता दिल्ली में ही हैं. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी जी हों, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव हों, दिल्ली में हैं तो मैं भी वहीं भी जाकर जो भी चीजें हैं, सीट शेयरिंग का जो फॉर्मूला है, उसे अंतिम रूप दे दिया जाए. हर चुनाव में, हर पार्टी और हर गठबंधन में ये होता है.”
हर पार्टी का लक्ष्य ज्यादा सीटों पर लड़ना होता है- सहनी
महागठबंधन के नेताओं राहुल गांधी, तेजस्वी यादव से मुलाकात हुई तो उनसे क्या बात हुई? इस पर मुकेश सहनी ने कहा, ”सभी पार्टी का एक ही लक्ष्य होता है कि वो ज्यादा से ज्यादा सीट लड़े, उनके ज्यादा से ज्यादा कार्यकर्ता लड़े. अभी चुनाव का समय आ चुका है तो बहुत ऐसी सीटें हैं, जहां हमलोगों की आपसी सहमति बन गई है, वहां पर उम्मीदवार नॉमिनेशन कर रहे हैं. कुछ सीटें ऐसी हैं, जहां सहमति अभी नहीं बनी है. ये मसला जल्द ही सॉल्व हो जाएगा.”
गठबंधन से बाहर किसी को नहीं जाना- मुकेश सहनी
उन्होंने कहा, ” कल (15 अक्टूबर) तक मसला सॉल्व हो ही जाना चाहिए ताकि गुरुवार (16 अक्टूबर) को हमलोग प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकें. या फिर कल शाम में ही प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लेंगे. सभी लोग स्थिति को देखते हुए अपने नंबर को कम करेंगे. सभी को गठबंधन में ही रहना है. गठबंधन से बाहर किसी को नहीं जाना है. गठबंधन में रहेंगे तो रिजल्ट होगा, हमारी सरकार बनेगी. गठबंधन से बाहर जाएंगे तो रिजल्ट जीरो होना है. हमारी छवि को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. मैं कई बार मंच से कह चुका हूं कि मैं किसी का विकल्प नहीं हूं
नंबर मायने नहीं रखता है- मुकेश सहनी
महागठबंधन में नंबर मायने नहीं रखता है. नंबर तो हम घटाते ही आ रहे हैं. हमारा नंबर तो 60 था और अब 35 आ चुके हैं. गठबंधन को बचाने के लिए अगर जरूरत पड़ेगी तो हमलोग नंबर और कम कर सकते हैं. लेकिन कुछ सीटें ऐसी हैं जो हमारे कार्यकर्ता, पार्टी के मुख्य नेता वहां पर सालों से मेहनत किए हैं तो हमारा प्रयास होगा कि उन्हें मौका दिया जाए.”