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‘मोदी तीन बार बने PM, इसमें मुसलमानों की गलती नहीं’, बोले AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी


AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार (11 अक्टूबर, 2025) को आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन में शामिल होने को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी के बिहार अध्यक्ष ने राजद सुप्रीमो लालू यादव को चिट्ठी लिखी थी. हमने 6 सीटों की मांग की थी, लेकिन उन्होंने नहीं मानी, लेकिन हम तो चुनाव लड़ेंगे. इससे ये पता चल जाएगा कौन बीजेपी को रोकना चाहता है. नाराज होने का कोई सवाल ही नहीं है. वे अपनी पार्टी की रणनीति तय करेंगे. हम अपनी पार्टी की रणनीति तय करेंगे.

न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा, ‘बिहार के बड़े मौलाना, विद्वान, बुद्धिजीवी, डॉक्टर और वकील सभी ने कहा कि ओवैसी ऐसा नहीं करना चाहते है. फिर मैंने उन्हें याद दिलाया कि एक महीने पहले उपराष्ट्रपति का चुनाव हुआ था और हमने किसे वोट दिया था? अब वही लोग अफसोस जता रहे हैं और कह रहे हैं कि आपके इरादे सही हैं.’

बिहार SIR को लेकर ओवैसी ने उठाए सवाल

हैदराबाद से लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बिहार में चुनाव आयोग (ECI) की ओर से चलाए जा रहे मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘पहले 6.5 लाख नाम मतदाता सूची से हटाए गए. अब फिर से 3.5 लाख नाम यानी कुल मिलाकर लगभग 10 लाख मतदाताओं के नाम सूची से हटा दिए गए हैं. यह एक बहुत बड़ी संख्या है और अगर लोग समय पर जांच न करें, तो वोटिंग के दिन सोरसराबा हो सकता है.’

बिहार में AIMIM की यात्रा के बारे में दी जानकारी

उन्होंने कहा, ‘बिहार में हमारी राजनीतिक यात्रा सीमांचल की धरती से शुरू हुई. हमने कहा कि सीमांचल के साथ न्याय होना चाहिए. सीमांचल अविकसित है. दूसरी बात, बिहार में कुशासन और भ्रष्टाचार है; कई मुद्दे हैं. हर समुदाय, हर जाति के पास नेतृत्व है, लेकिन बिहार में लगभग 19 परसेंट मुसलमानों में नेतृत्व का अभाव है.’

भाजपा की B टीम पर ओवैसी ने कहा, ‘अगर विपक्ष को लगता है ओवैसी को हर चीज में लाने से बीमारी ठीक हो जाएगी, तो मुझे इससे कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन हमने कई बार कहा है और आज फिर कह रहे हैं कि अगर नरेंद्र मोदी तीन बार इस देश के प्रधानमंत्री बने हैं, तो इसमें भारतीय मुसलमानों की कोई गलती नहीं है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनावों में लगभग 50 प्रतिशत गैर-मुस्लिम वोट मिल रहे हैं. उन्हें 37-38 परसेंट वोट मिल रहे हैं, तो इसमें मेरी क्या भूमिका है? मुझे कोई आपत्ति नहीं है. अगर आपको लगता है कि ओवैसी को हर चीज में लाने से बीमारी ठीक हो जाएगी, तो मुझे इससे कोई दिक्कत नहीं है. आत्मनिरीक्षण कीजिए और देखिए कि आप कितने कमजोर हैं.’

उन्होंने कहा, ‘बीजेपी से हमारा कोई संबंध नहीं है, लेकिन वो सरकार में है उनसे मिलना पड़ेगा, काम के लिए गिरिराज सिंह से मुलाकात की, ये मेरी ड्यूटी है एक सांसद होने के नाते. पहलगाम में आतंकी हमला हुआ, हम अगर गए तो पीएम के लिए नहीं गए बल्कि देश के लिए गए. बरेली में कोई हिंसा नहीं हुई है, वहां पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया, अगर कोई मोहब्बत का इजहार करता है तो बीजेपी को क्यों दिक्कत है, बरेली में जो हुआ बहुत गलत है. यूपी सरकार से मांग है कि जल्द ही लोगों को रिहा करें.

वोट चोरी के आरोपों पर क्या हैं ओवैसी के ख्याल?

राहुल गांधी के वोट चोरी के आरोपों और बयानों पर ओवैसी ने कहा, ‘मैं राहुल गांधी और उनकी पार्टी की ओर से नहीं बोल सकता हूं. वे सक्षम हैं. मेरा मानना ​​है कि अगर मुझे बीजेपी को हराना है, तो भाजपा जिस तरह से चुनाव लड़ती है, ये लोग 24 घंटे काम करते हैं. हमारा काम उनकी हर हरकत पर नजर रखना होना चाहिए. आप बीजेपी के साथ कॉम्पिटिशन कर रहे हैं. आप पलक झपकाएंगे और ये लोग अपना काम कर देंगे, इसलिए जाहिर है, हमें मतदाता सूची की जांच करनी चाहिए.

मुंबई हमले पर चिदंबरम के बयान पर बोले AIMIM चीफ

26/11 मुंबई हमले पर पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम के बयान पर ओवैसी ने कहा, ‘उस समय सरकार की रणनीति अलग थी. आज की रणनीति अलग है. इसलिए, वे सत्ताधारी दल थे. इसलिए उस दल को इसकी पुष्टि करनी चाहिए. हम ऑपरेशन सिंदूर का समर्थन करते हैं और हम यह भी मानते हैं कि अगर हम पाकिस्तान की सेना और पाकिस्तान की ISI से यह उम्मीद करते हैं कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद ये लोग कोई कुकर्म नहीं करेंगे, तो हम गलती कर रहे हैं. वे आज नहीं तो कल फिर से कुकर्म करेंगे. हमें इस मुद्दे पर सतर्क रहने की जरूरत है.’

गाजा और इजरायल के सीजफायर पर ओवैसी ने कहा, ‘ये लोग पश्चिमी ताकत इस कमेटी में क्या करेगी, भारत के पीएम, इजरायल के पीएम की तारीफ कर रहे हैं, 65 हजार लोगों को उन्होंने मार दिया.’ वहीं, उन्होंने अफगानिस्तान के विदेश मंत्री की यात्रा पर कहा कि हम इसका स्वागत करते हैं. हमारा उनसे रिश्ता होना चाहिए, मैंने 2016 में कहा था कि तालिबान से बात करनी चाहिए.’

अमित शाह के बयान और बुलडोजर कार्रवाई पर ओवैसी का पलटवार

उन्होंने कहा कि अमित शाह ने जो आबादी पर बयान दिया है वो बिलकुल गलत है. अमित शाह की मेथिमेटिक्स में कमजोर है. बुलडोजर कार्रवाई पर ओवैसी ने कहा, ‘यह पूरी तरह से गलत है. सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देश दिए गए फैसले का बिल्कुल भी पालन नहीं किया जा रहा है. आप पूरे के पूरे घर गिरा रहे हैं. सिर्फ एक नहीं, दो नहीं. आप 10, 20 घर गिरा रहे हैं. बीजेपी के पास टेनी नाम का एक मंत्री था. क्या उन्होंने उसका घर गिराया? नहीं. ऐसे कई उदाहरण दिए जा सकते हैं. इसलिए, आप देश को बुलडोजर से नहीं चला सकते है; इसे संविधान से चला सकते हैं.

CJI गवई पर जूता फेंकने की कोशिश दलितों का अपमान- ओवैसी

उन्होंने सीजेआई बीआर गवई पर कहा, ‘पूरे सुप्रीम कोर्ट का अपमान किया गया है. एक जूता फेंका गया. सवाल उनके बारे में नहीं है. सवाल दलितों की पिटाई के बारे में है. एनसीआरबी 2023 के आंकड़े अभी आए हैं. हर दिन 12 दलित महिलाओं के साथ बलात्कार होता है. दलितों पर सबसे ज्यादा अपराध उत्तर प्रदेश में होते हैं. दो लड़के संसद में कूद गए, उनपर UAPA लगा दिया गया. सज्जन 70 साल के हैं. पूरे देश में जो गलत संदेश गया वह यह था कि किसी ने भारत के मुख्य न्यायाधीश की अदालत में जूता फेंका और सरकार ने एक मौन प्रतिक्रिया दी, पूरी तरह से ठंडी प्रतिक्रिया, दिल्ली पुलिस क्या कर रही है? अगर उसका नाम किशोर नहीं, बल्कि असद होता, तो उन्होंने अब तक क्या किया होता? यह जातिवाद है, यह साम्यवाद है. इसलिए जो संदेश जा रहा है वह बहुत गलत जा रहा है. उसे सोशल मीडिया पर हीरो बना दिया गया है.’

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AZMI DESK

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