ईडन बनेगा रणभूमि, भारत-साउथ अफ्रीका होंगे आमने-सामने, डब्ल्यूटीसी की रेस में कौन मारेगा बाजी?

IND VS SA: विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) 2025-27 के नए चक्र में अब असली मुकाबला शुरू होने वाला है. कोलकाता का ऐतिहासिक ईडन गार्डन्स मैदान 14 नवंबर से भारत और मौजूदा चैंपियन दक्षिण अफ्रीका के बीच दो टेस्ट मैचों की हाई-वोल्टेज सीरीज का गवाह बनेगा. इस सीरीज का दूसरा मुकाबला 21 नवंबर से गुवाहाटी में खेला जाएगा. दोनों टीमों के बीच यह भिड़ंत सिर्फ एक टेस्ट सीरीज नहीं, बल्कि अगले डब्ल्यूटीसी फाइनल की दिशा तय करने वाली ‘जंग’ होगी.
भारत के लिए करो या मरो जैसी स्थिति
भारतीय टीम फिलहाल अंक तालिका में तीसरे स्थान पर है. भारत का अंक प्रतिशत करीब 61.90 प्रतिशत है, इंग्लैंड के खिलाफ 2-2 की बराबरी और वेस्टइंडीज पर 2-0 की जीत के बाद टीम इंडिया का आत्मविश्वास चरम पर है. शुभमन गिल (946 रन) अब तक भारत के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज बने हुए हैं, जबकि मोहम्मद सिराज (33 विकेट) गेंदबाजी में टीम की रीढ़ साबित हुए हैं.
अफ्रीका की नजर लगातार दूसरे फाइनल पर
दूसरी ओर, मौजूदा चैम्पियन दक्षिण अफ्रीका इस सीरीज को किसी भी कीमत पर जीतना चाहेगा. 50 प्रतिशत अंकों के साथ चौथे नंबर पर मौजूद टीम का लक्ष्य है कि वह इस जीत से फाइनल की रेस में अपनी स्थिति मजबूत करे. कप्तान टोनी डी जॉर्जी (175 रन) और ऑफ स्पिनर साइमन हार्मर (13 विकेट) टीम के मुख्य खिलाड़ी रहेंगे. अफ्रीकी गेंदबाजों की तेज रफ्तार भारतीय बल्लेबाजों के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकती है.
पिच और हालात देंगे स्पिनरों को मदद
ईडन गार्डन्स की पिच आमतौर पर बल्लेबाजों के लिए स्वर्ग मानी जाती है, लेकिन जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ेगा, स्पिनरों को मदद मिलेगी. ऐसे में रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल जैसे ऑलराउंडर अहम भूमिका निभा सकते हैं. दूसरी ओर, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और युवा तेज गेंदबाज आकाश दीप नई गेंद से विरोधियों को परेशान करेंगे.
भारत के लिए आगे की राह
यह सीरीज भारत के लिए सिर्फ एक मुकाबला नहीं, बल्कि डब्ल्यूटीसी की रेस में निर्णायक मोड़ है. अगली घरेलू सीरीज श्रीलंका और न्यूजीलैंड के खिलाफ है, लेकिन उससे पहले दक्षिण अफ्रीका को हराकर भारत अपनी स्थिति मजबूत करना चाहेगा.
ईडन गार्डन्स में जब दोनों टीमें आमने-सामने होंगी, तो यह सिर्फ रन और विकेट की जंग नहीं होगी. यह होगी प्रतिष्ठा की लड़ाई. अब देखना होगा कि कौन सी टीम अगले डब्ल्यूटीसी फाइनल की दौड़ में एक कदम आगे बढ़ाती है, भारत या दक्षिण अफ्रीका?



