Rybelsus Tablet: अब बिना इंजेक्शन के हार्ट अटैक और स्ट्रोक से मिलेगी राहत, नई दवा दे रही उम्मीद

Heart attack medicine: अमेरिका की फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने हाल ही में रायबेल्सस नाम की दवा को मंजूरी दी है. यह पहली ओरल GLP-1 रिसेप्टर एगोनिस्ट दवा है, जो अब एडल्ट में हार्ट डिजीज के खतरे को कम करने के लिए इस्तेमाल की जा सकेगी. अब तक यह दवा टाइप-2 डायबिटीज के इलाज में दी जाती थी, लेकिन अब इसे हार्ट अटैक, स्ट्रोक और दूसरी हार्ट प्रॉब्लम्स से बचाव के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकेगा. इसका मतलब है कि अब लोगों को इंजेक्शन नहीं लगवाना पड़ेगा. यह एक नीडल-फ्री तरीका है जो हार्ट और ब्लड वेसल्स को सूजन और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाता है. साथ ही यह ब्लड शुगर और वज़न कंट्रोल में भी मदद करता है. यह फैसला हार्ट केयर में एक बड़ी प्रगति माना जा रहा है. चलिए आपको इसके बारे में बताते हैं कि यह कैसे काम करता है.
रायबेल्सस कैसे काम करती है?
रायबेल्सस उन दवाओं में से है जिन्हें GLP-1 रिसेप्टर एगोनिस्ट्स कहा जाता है. ये दवाएं शरीर में बनने वाले GLP-1 हार्मोन की तरह काम करती हैं. यह हार्मोन ब्लड शुगर को कंट्रोल करने, भूख को मैनेज करने और डाइजेशन को बेहतर रखने में मदद करता है. लेकिन इसकी खासियत सिर्फ डायबिटीज तक सीमित नहीं है. रिसर्च में पता चला है कि यह हार्ट और ब्लड वेसल्स को भी प्रोटेक्शन देती है.
हार्ट अटैक के दो बड़े कारण होते हैं, ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और आर्टरीज की सूजन. यह इन दोनों को कम करती है और ब्लड वेसल्स की अंदरूनी परत को हेल्दी रखती है ताकि ब्लड फ्लो स्मूद रहे और ब्लड क्लॉट (थक्का) बनने का खतरा घटे.
शोध बताते हैं कि GLP-1 रिसेप्टर एगोनिस्ट्स प्लेटलेट्स को कम चिपकने वाला बना देते हैं, जिससे आर्टरीज में ब्लॉकेज का खतरा कम होता है. इसके अलावा, यह दवा LDL और ट्राइग्लिसराइड्स को घटाती है. इसमें हल्का डाययूरेटिक असर भी होता है, जो शरीर में पानी का संतुलन बनाए रखने में मदद करता है. इसलिए यह हार्ट फेल्योर या हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों के लिए भी फायदेमंद है.
अंतर क्या है?
रायबेल्सस का नाम नया जरूर है, लेकिन Semaglutide पहले से ही Ozempic नाम से इंजेक्शन के रूप में उपलब्ध था. दोनों का असर लगभग एक जैसा है, बस फर्क देने के तरीके में है. इंजेक्शन वाली दवा सीधे ब्लडस्ट्रीम में जाती है, जिससे असर जल्दी होता है और पेट से जुड़े साइड इफेक्ट्स कम होते हैं.
वहीं रायबेल्सस एक टैबलेट है, जो डाइजेशन सिस्टम और लिवर से होकर गुजरती है, इसलिए इसका कुछ हिस्सा शरीर में पहुंचने से पहले ही टूट जाता है. इसी वजह से इसे थोड़ी ज्यादा मात्रा में लेना पड़ता है. शुरुआत में कुछ लोगों को मिचली, पेट फूलना या भूख कम लगना जैसी परेशानी हो सकती है, लेकिन यह आमतौर पर कुछ दिनों में ठीक हो जाती है.
FDA की मंजूरी क्यों अहम?
FDA का यह कदम हार्ट हेल्थ में एक बड़ा बदलाव माना जा रहा है. अब तक हार्ट की बीमारी के इलाज में लाइफस्टाइल चेंज, कोलेस्ट्रॉल कम करने वाली दवाएं जैसे स्टेटिन्स और ब्लड प्रेशर की दवाएं मुख्य भूमिका में थीं. लेकिन अब GLP-1 बेस्ड मेडिसिन्स हार्ट डिजीज के असली कारण मेटाबॉलिक गड़बड़ी और इंफ्लेमेशन को टारगेट करती हैं. लगातार बनी रहने वाली सूजन को अब एथेरोस्क्लेरोसिस यानी धमनियों में फैट जमने का कारण माना जाता है, जो हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ाता है. रायबेल्सस इस सूजन को कम करती है और ब्लड वेसल्स को डैमेज से बचाती है, जिससे प्लाक बनने की रफ्तार धीमी हो जाती है.
रिसर्च में क्या पता चला?
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में छपी एक स्टडी “Clinical Trial of Rybelsus (Semaglutide) Among Adults With Alcohol Use Disorder (AUD)” में पाया गया कि GLP-1 रिसेप्टर एगोनिस्ट्स हार्ट अटैक, स्ट्रोक और हार्ट से जुड़ी मौतों का खतरा काफी हद तक कम करते हैं. पहले यह असर इंजेक्शन फॉर्म में देखा गया था, और अब रायबेल्सस भी डॉक्टर की सलाह से लगातार लेने पर वैसे ही नतीजे दिखा रही है.
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Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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