कांग्रेस सांसद राहुल गांधी आज जाएंगे फतेहपुर, पीड़ित दलित परिवार के लोगों से करेंगे मुलाकात

लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद राहुल गांधी गुरुवार (16 अक्टूबर, 2025) को उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले का दौरा करेंगे, जहां वे हरिओम वाल्मीकि के परिवार से मिलेंगे. हरिओम वाल्मीकि एक दलित व्यक्ति थे, जिन्हें इस महीने की शुरुआत में रायबरेली जिले में चोर समझकर पीट-पीटकर मार डाला गया था.
कांग्रेस नेता के कार्यक्रम के मुताबिक, गांधी गुरुवार (16 अक्टूबर) की सुबह दिल्ली से 8 बजे एक विशेष विमान से कानपुर पहुंचेंगे. इसके बाद वह सड़क मार्ग से फतेहपुर जाएंगे और 9.15 से 9.45 बजे तक पीड़ित के परिवार से मिलेंगे. फिर वह कानपुर लौटकर अपने दिनभर के दौरे के दूसरे हिस्से के लिए असम जाएंगे.
कांग्रेस की यूपी इकाई के अध्यक्ष ने दी जानकारी
कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय राय ने बुधवार (15 अक्टूबर) को कहा कि गांधी के दौरे का मकसद दुखी परिवार के साथ एकजुटता दिखाना और उन्हें न्याय का भरोसा दिलाना है. राय ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘राहुल गांधी शुरू से ही इस मामले पर करीब से नजर रख रहे हैं और उन्होंने पीड़ित परिवार से बात की है. उनके दौरे का मकसद अन्याय के शिकार लोगों के साथ खड़े रहने के कांग्रेस पार्टी के वादे को फिर से पक्का करना है.’
मामले में अब तक 14 लोग गिरफ्तार, 5 पुलिसकर्मी भी सस्पेंड
फतेहपुर जिले के हरिओम वाल्मीकि को दो अक्टूबर की रात पड़ोसी जिले रायबरेली के ऊंचाहार इलाके के जमुनापुर गांव के पास चोर समझकर पीट-पीटकर मार डाला गया था. इस घटना से जनाक्रोश फैल गया. कांग्रेस और समाजवादी पार्टी समेत विपक्षी पार्टियों ने भाजपा सरकार पर दलितों की सुरक्षा करने और भीड़ की हिंसा को रोकने में नाकाम रहने का आरोप लगाया. हमले के बाद, पुलिस ने मामला दर्ज किया और अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें मुख्य आरोपी भी शामिल है. मुख्य आरोपी को 10 अक्टूबर को एक मुठभेड़ के बाद पकड़ा गया था.
इस मामले में कथित लापरवाही के लिए दो उपनिरीक्षक समेत पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. अधिकारियों ने कहा कि इस घटना में शामिल अन्य लोगों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है, जिनमें से कुछ पड़ोसी जिलों या राज्यों में भाग गए होंगे. रायबरेली पुलिस ने साफ किया कि गिरफ़्तार किए गए लोग दलित और पिछड़े समुदायों समेत अलग-अलग जातियों के हैं. उसने लोगों से इस घटना को जाति का रंग न देने की अपील की.
मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ ने दी प्रतिक्रिया
इस मामले पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी प्रतिक्रिया दी, जो 11 अक्टूबर को लखनऊ में वाल्मीकि की पत्नी संगीता वाल्मीकि और परिवार के दूसरे सदस्यों से मिले थे. आदित्यनाथ ने उन्हें न्याय का भरोसा दिलाया और एक पक्की सरकारी नौकरी, मुख्यमंत्री आवासीय योजना के तहत घर और राज्य के कल्याण कार्यक्रमों का लाभ दिलाने घोषणा की थी.
आदित्यनाथ ने कहा था कि आरोपियों को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया गया और दलितों और पिछड़े समुदायों की सुरक्षा और सम्मान पक्का करना सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता है.
यह भी पढे़ंः ‘संजय झा ने विभीषण वाला काम किया’, भड़के पप्पू यादव, उपेंद्र कुशवाहा को लेकर कही ये बात