महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को कहा कि शिवसेना हमेशा अपने जमीनी कार्यकर्ताओं के साथ मजबूती से खड़ी रहेगी.राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनों और समुदायों से जुड़े कई नेता और सदस्य मुंबई में उनके आधिकारिक मुक्तागिरी निवास पर पार्टी में शामिल हुए. कार्यकर्ताओं की पार्टी है शिवसेना पार्टी में शामिल होने वाले नेताओं का स्वागत करते हुए शिंदे ने कहा कि शिवसेना कार्यकर्ताओं की पार्टी है जहां काम करने वालों का सम्मान किया जाएगा. उन्होंने कहा, 'पार्टी हमेशा आम लोगों, पिछड़े वर्गों और जमीनी स्तर पर काम करने वालों के कल्याण के लिए प्रयास करेगी. उन्होंने कहा कि राज्य भर में हर दिन हजारों कार्यकर्ता पार्टी में शामिल हो रहे हैं, जो शिवसेना के नेतृत्व और विचारधारा में लोगों के बढ़ते विश्वास को दर्शाता है. ‘कार्यकर्ताओं की है यह पार्टी’ – शिंदे शिंदे ने कहा, राज्य के मुख्यमंत्री रहते हुए भी मैंने एक पार्टी कार्यकर्ता के रूप में काम किया और अब भी करता हूं. यह पार्टी कार्यकर्ताओं की है, किसी एक व्यक्ति की नहीं. भालेराव का शिवसेना में शामिल होना बड़ा राजनीतिक संकेत लातूर जिले की राजनीति में नया मोड़ तब आया जब भालेराव अपने समर्थकों के साथ शिवसेना में शामिल हो गए. माना जा रहा है कि उनका यह कदम आगामी स्थानीय निकाय चुनावों से पहले एनसीपी (एसपी) के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है.भालेराव 2009 से 2019 तक उदगीर सीट से भाजपा विधायक रह चुके हैं. हालांकि, 2019 के विधानसभा चुनाव में उन्हें टिकट नहीं मिला था. बाद में उन्होंने शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी (एसपी) का दामन थामा और 2024 में उसी क्षेत्र से उम्मीदवार बने, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा. जनआधार मोर्चा के संस्थापक अध्यक्ष और मातंग शक्ति आंदोलन के प्रवर्तक के रूप में भालेराव ने राज्यभर में कार्यकर्ताओं का मजबूत नेटवर्क खड़ा किया है, जो अब शिवसेना के लिए एक नई ताकत के रूप में देखा जा रहा है.