राजनीति

Anant Singh: लैंड क्रूजर जैसी महंगी गाड़ियों के शौकीन हैं अनंत सिंह, शेयर मार्केट में भी करते हैं इन्वेस्ट; कितनी है कुल प्रॉपर्टी?

बिहार की राजनीति में अनंत सिंह का नाम ताकत और विवाद दोनों से जुड़ा है. मोकामा के इस बाहुबली नेता को कभी लोग छोटे सरकार कहकर पुकारते थे, लेकिन अब 64 वर्ष की उम्र में उन्हें “दादा” के नाम से जाना जाता है.

बिहार की राजनीति में अनंत सिंह का नाम ताकत और विवाद दोनों से जुड़ा है. मोकामा के इस बाहुबली नेता को कभी लोग छोटे सरकार कहकर पुकारते थे, लेकिन अब 64 वर्ष की उम्र में उन्हें “दादा” के नाम से जाना जाता है.

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में वे जेडीयू (JDU) के उम्मीदवार हैं. उनका मुकाबला आरजेडी प्रत्याशी वीणा देवी, जो सूरजभान सिंह की पत्नी हैं. दोनों ही बाहुबली परिवारों से आते हैं, जिससे यह सीट सबसे दिलचस्प मानी जा रही है.

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में वे जेडीयू (JDU) के उम्मीदवार हैं. उनका मुकाबला आरजेडी प्रत्याशी वीणा देवी, जो सूरजभान सिंह की पत्नी हैं. दोनों ही बाहुबली परिवारों से आते हैं, जिससे यह सीट सबसे दिलचस्प मानी जा रही है.

चुनावी प्रचार के बीच मोकामा में हुई हिंसा ने माहौल को गर्म कर दिया. इस झड़प में 75 वर्षीय दुलारचंद यादव की मौत हो गई, जो जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी के समर्थक बताए जा रहे थे. इस घटना का आरोप सीधे अनंत सिंह पर लगा और उनकी गिरफ्तारी हो गई.

चुनावी प्रचार के बीच मोकामा में हुई हिंसा ने माहौल को गर्म कर दिया. इस झड़प में 75 वर्षीय दुलारचंद यादव की मौत हो गई, जो जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी के समर्थक बताए जा रहे थे. इस घटना का आरोप सीधे अनंत सिंह पर लगा और उनकी गिरफ्तारी हो गई.

अनंत सिंह की रईसी बिहार में चर्चा का विषय है. वे प्रचार के दौरान लगभग ₹2.70 करोड़ की टोयोटा लैंड क्रूजर में सवारी करते हैं. कई बार वे हाथी या घोड़े पर बैठकर प्रचार करते हैं, जिससे उनका शाही अंदाज देखने लायक होता है.

अनंत सिंह की रईसी बिहार में चर्चा का विषय है. वे प्रचार के दौरान लगभग ₹2.70 करोड़ की टोयोटा लैंड क्रूजर में सवारी करते हैं. कई बार वे हाथी या घोड़े पर बैठकर प्रचार करते हैं, जिससे उनका शाही अंदाज देखने लायक होता है.

अनंत सिंह की कुल संपत्ति ₹37.88 करोड़ रुपये बताई गई है, जबकि उनकी पत्नी नीलम देवी, जो 2020 में राजद टिकट पर विधायक बनी थीं, के पास ₹62.72 करोड़ रुपये की संपत्ति है. दोनों की संपत्तियाँ मिलाकर ₹100 करोड़ रुपये से अधिक की हैं.

अनंत सिंह की कुल संपत्ति ₹37.88 करोड़ रुपये बताई गई है, जबकि उनकी पत्नी नीलम देवी, जो 2020 में राजद टिकट पर विधायक बनी थीं, के पास ₹62.72 करोड़ रुपये की संपत्ति है. दोनों की संपत्तियाँ मिलाकर ₹100 करोड़ रुपये से अधिक की हैं.

अनंत सिंह और उनकी पत्नी को महंगी कारों और गहनों का खास शौक है. सिंह के पास तीन लग्जरी एसयूवी हैं, जबकि नीलम देवी के पास भी तीन कारें हैं.दोनों के पास मिलाकर करीब ₹91 लाख रुपये के सोने-चांदी के गहने हैं. इसके अलावा वे घोड़े, गाय और हाथी भी पालते हैं. उनके हलफनामे के अनुसार, पशुओं की कुल कीमत लगभग ₹1.90 लाख रुपये है.

अनंत सिंह और उनकी पत्नी को महंगी कारों और गहनों का खास शौक है. सिंह के पास तीन लग्जरी एसयूवी हैं, जबकि नीलम देवी के पास भी तीन कारें हैं.दोनों के पास मिलाकर करीब ₹91 लाख रुपये के सोने-चांदी के गहने हैं. इसके अलावा वे घोड़े, गाय और हाथी भी पालते हैं. उनके हलफनामे के अनुसार, पशुओं की कुल कीमत लगभग ₹1.90 लाख रुपये है.

अनंत सिंह ने अपने चुनावी हलफनामे में बताया है कि उन्होंने करीब ₹10 करोड़ रुपये शेयर और बॉन्ड्स में निवेश किए हैं. नीलम देवी ने भी लगभग ₹21 लाख रुपये का निवेश किया है. हालांकि, दोनों पर ₹51 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज भी दर्ज है.

अनंत सिंह ने अपने चुनावी हलफनामे में बताया है कि उन्होंने करीब ₹10 करोड़ रुपये शेयर और बॉन्ड्स में निवेश किए हैं. नीलम देवी ने भी लगभग ₹21 लाख रुपये का निवेश किया है. हालांकि, दोनों पर ₹51 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज भी दर्ज है.

मोकामा की राजनीति में अनंत सिंह का प्रभाव तीन दशकों से बना हुआ है. वे अब तक पांच बार विधायक रह चुके हैं और उन पर 28 आपराधिक मामले दर्ज हैं. इनमें हत्या, अपहरण और धमकी जैसी गंभीर धाराएं शामिल हैं. 2020 के विधानसभा चुनाव में जब वे अयोग्य घोषित हुए, तब उनकी पत्नी नीलम देवी ने चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. बाद में उन्होंने एनडीए को समर्थन दिया.

मोकामा की राजनीति में अनंत सिंह का प्रभाव तीन दशकों से बना हुआ है. वे अब तक पांच बार विधायक रह चुके हैं और उन पर 28 आपराधिक मामले दर्ज हैं. इनमें हत्या, अपहरण और धमकी जैसी गंभीर धाराएं शामिल हैं. 2020 के विधानसभा चुनाव में जब वे अयोग्य घोषित हुए, तब उनकी पत्नी नीलम देवी ने चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. बाद में उन्होंने एनडीए को समर्थन दिया.

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण में मोकामा सीट पर 6 नवंबर को मतदान होगा.दुलारचंद यादव हत्याकांड के बाद से इस सीट पर माहौल तनावपूर्ण है. अब सबकी नजरें इस बात पर हैं कि छोटे सरकार अनंत सिंह अपनी पुरानी पकड़ बनाए रख पाते हैं या वीणा देवी उन्हें कड़ी टक्कर देकर इस बाहुबली राजनीति के समीकरण को बदल देती हैं.

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण में मोकामा सीट पर 6 नवंबर को मतदान होगा.दुलारचंद यादव हत्याकांड के बाद से इस सीट पर माहौल तनावपूर्ण है. अब सबकी नजरें इस बात पर हैं कि छोटे सरकार अनंत सिंह अपनी पुरानी पकड़ बनाए रख पाते हैं या वीणा देवी उन्हें कड़ी टक्कर देकर इस बाहुबली राजनीति के समीकरण को बदल देती हैं.

Published at : 02 Nov 2025 11:42 AM (IST)

AZMI DESK

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